प्रियंका ने किया वार
कृषि कानूनों पर लगातार चल रहे हंगामे के बीच प्रधानमंत्री ने आज फिर संसद में विपक्ष को जमकर घेरने की कोशिश.
प्रधानमंत्री आज लोकसभा में कृषि कानूनों के मसले पर भाषण दे रहे थे जिसमें उन्होंने कई बातों को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा
उन्होंने कहा कि संसद में ये हो-हल्ला, ये आवाज, ये रुकावटें डालने का प्रयास, एक सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है। रणनीति ये है कि जो झूठ, अफवाहें फैलाई गई हैं, उसका पर्दाफाश हो जाएगा। इसलिए हो-हल्ला मचाने का खेल चल रहा है।
मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में तीन कृषि कानून भी लाए गए।
ये कृषि सुधार का सिलसिला बहुत ही आवश्यक और महत्वपूर्ण है
और बरसों से जो हमारा कृषि क्षेत्र चुनौतियां महसूस कर रहा है,
उसको बाहर लाने के लिए हमें निरंतर प्रयास करना ही होगा और हमने एक ईमानदारी से प्रयास किया भी है।
कानून पर बरपे हंगामें पर उन्होंने कहा की पीएम ने कहा “मैं देख रहा था
कि कांग्रेस के साथियों ने जो चर्चा की, वो इस कानून के रंग पर तो बहुत चर्चा कर रहे थे।
अच्छा होता कि उसके कंटेट और इंटेट पर चर्चा करते। ताकि देश के किसानों तक सही चीजें पहुंचती।”
बता दें की संसद सत्र के पहले दिन भी प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दिया था और कल गुलाम नबी आजाद के विदाई भाषण में मोदी थोड़े भावुक भी हो गए थे
आज फिर लोकसभा में बोलते हुए उन्होने वही सब बातें दोहराई और कृषि कानूनों को किसान हितैषी बताया
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कृषि कानूनों (Farm laws) को राक्षस की तरह बताया था.
उन्होंने कहा कि कृषि क़ानून पूँजीपतियों के लिए बनाया गया है.
ये कानून बड़े बड़े खरबपतियों को लाभ पहुंचाएगा.
कांग्रेस नेत्री प्रियंका ने कहा कि इन कानूनों के आने से पूंजीपति अपनी मनमर्ज़ी से दाम तय करेगा.
इससे पूरी तरह से जमाखोरी होगी.
पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इनकी 56 इंच
के सीने में दिल पूँजीपतियों के लिए धड़कता है
इनका दिल किसानों के लिए नहीं धड़कता है.