गुलाम नबी आजाद ने क्यों छोड़ी राज्यसभा, रोते हुए कही ये बात
Breaking news live वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा के सांसद गुलाम नबी आजाद ने आज सदन को अलविदा कह दिया है
सदन छोड़ते समय आजाद ने अपने भाषण में राजनीतिक जीवन के कई उतार चढ़ावों का उल्लेख किया
इस दौरान वे भावुक भी हो गए
आजाद ने बताया की उनके जीवन में ऐसे कई मौके आये जब उन्हें जोर जोर से रोने के लिए मजबूर होना पड़ा
आजाद ने सदन में कहा की ” जब मेरे माता पिता की मौत हुए तब भी मैं ज्यादा नहीं रोया लेकिन जब इंदिरा गाँधी, संजय गांधी और राजीव गांधी की मौत हुई थी तब मैं छोटे बच्चों की तरह रोया था
गुलाम नबी ने कहा, ”मैं उन खुशकिस्मत लोगों में हूं जो पाकिस्तान कभी नहीं गया,
लेकिन जब मैं पढ़ता हूं वहां किस तरह के हालात हैं
तो मुझे फख्र महसूस होता है कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं.
विश्व में अगर किसी मुसलमान को गौरव होना चाहिए तो हिंदुस्तान के मुसलमानों को होना चाहिए.”आजाद ने कहा कि पिछले 30-35 सालों में अफगानिस्तान से लेकर इराक तक,
कुछ सालों पहले देखें तो मुस्लिम देश एक-दूसरे से लड़ाई करते हुए खत्म हो रहे हैं,
वहां कोई हिंदू या ईसाई नहीं है, वो लोग आपस में ही लड़ रहे हैं.
गुलाम नबी ने कहा कि पाकिस्तान के समाज में जो बुराइयां हैं, खुदा करे वो हमारे मुसलमानों में कभी न आए.
बता दें की गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पार्टी से सांसद रहते हुए राज्यसभा में अपना कार्यकाल पूर्ण कर चुके हैं.
मंगलवार को सदन में यह उनका अंतिम भाषण था
आजाद की विदाई पर प्रधानमंत्री मोदी की आँख से आंसू आ गए
जिसके बाद आजाद भी भावुक हुए और उन्होंने मोदी को धन्यवाद भी कहा.