सीबीआई ने दर्ज किया मामला
पिछले दिनों पीएनबी के महाघोटाले के बाद,इस तरह के मामलों की शिकायतों में इजाफा देखने को मिला रहा है। एक के बाद एक,कई सारे सार्वजानिक सेक्टर के बैंकों ने इस तरह कारोबारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करानी शुरू कर दी है जो उन्हें चूना लगाकर फरार हो गए हैं। पंजाब नेशनल बैंक के बाद,बैंक ऑफ बड़ौदा और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में धोखाधड़ी के मामले सामने आए थे। शनिवार को इस लिस्ट में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का नाम भी शामिल हो गया है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने दिल्ली के एक कारोबारी अमित सिंगला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के मुताबिक सिंगला की कंपनी ‘आशीर्वाद चेन’ ने बैंक से 9.5 करोड़ का लोन लिया था और अब चुका नहीं रहे हैं। बैंक की शिकायत पर सीबीआई ने कारोबारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हाल ही में एक रिपोर्ट में सामने आया है कि देश में करीब 9 हजार 339 कर्जदार इस तरह के हैं, जिन्होंने 1 लाख 11 हजार करोड़ का लोन जानबूझकर नहीं चुकाया है। इन लोगों को विलफुल डिफॉल्टर्स की श्रेणी में रखा गया है। विलफुल डिफॉल्टर वह लोग होते हैं जो कर्ज चुकाने की स्थिति में होते हैं लेकिन निजी कारणों की वजह से वह लोन नहीं भरते। यह एक तरह से सिस्टम को चुनौती देने के बराबर है। साल 2013 में विल्फुल डिफॉल्टर्स खातों की रकम 25,410 करोड़ थी,पिछले 5 सालों में इसमें 340 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।