भोपाल ऐशबाग 90 डिग्री ब्रिज: राहत या नया खतरा?
18 करोड़ की लागत से बना लेकिन विवादों में
भोपाल शहर में ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने के लिए करीब 18 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज (ROB) अभी उद्घाटन से पहले ही सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आ गया है। वजह है इस ब्रिज पर बना 90 डिग्री का तीखा मोड़, जिसे लोग हादसों का बड़ा कारण बता रहे हैं।
10 साल का इंतजार, लेकिन अब चिंता!
शहर की बड़ी आबादी इस ब्रिज का लगभग 10 साल से इंतजार कर रही थी। निर्माण पूरा होने में करीब 2 साल लगे। लेकिन अब जब ब्रिज तैयार हो गया है, तो खुशी से ज्यादा डर और चिंता का माहौल है। वाहन चालकों को ब्रिज के टॉप पर पहुंचते ही अचानक 90 डिग्री में मोड़ना होगा, जो भविष्य में गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है।
सोशल मीडिया पर मीम्स और आलोचना
सोशल मीडिया पर लोग इस ब्रिज को लेकर मजाकिया मीम्स बना रहे हैं। कुछ इसे ‘PWD की टेक्नोलॉजिया’ बता रहे हैं, तो कुछ इसे ‘डिजाइन की बड़ी चूक’ मान रहे हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर ऐसा डिजाइन किस सोच के साथ बनाया गया?
अफसरों की दलील: जमीन की कमी
ब्रिज से जुड़े अफसरों का कहना है कि उनके पास डिजाइन का कोई और विकल्प नहीं था। पास में मेट्रो स्टेशन होने और जमीन की कमी के चलते उन्हें 90 डिग्री मोड़ देना पड़ा। उन्होंने इसे मजबूरी बताया है।
मंत्री ने लिया संज्ञान, जांच रिपोर्ट आज
मामला मीडिया में आने के बाद PWD मंत्री राकेश सिंह भी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की टीम ने ब्रिज का निरीक्षण कर लिया है और आज इस पर जांच रिपोर्ट पेश की जाएगी
क्या कहता है शहर?
शहरवासी इस ब्रिज को लेकर बंटे हुए हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत देगा, तो कुछ इसे भोपाल का ‘हादसों का हॉटस्पॉट’ कह रहे हैं
निष्कर्ष
अब सभी की नजरें NHAI की रिपोर्ट और सरकार के अगले कदम पर हैं। क्या इस ब्रिज का डिज़ाइन बदला जाएगा या यह ऐसे ही खुल जाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।