भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कैबिनेट में सीएए कानून के खिलाफ संकल्प पारित करने पर कहा कि यह संविधान के विपरीत निर्णय है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ (Chief Minister Kamal Nath) जी कितने भी प्रयास कर ले प्रदेश में सीएए तो लागू होकर रहेगा। इसे लागू होने से दुनिया की कोई भी ताकत रोक नहीं सकती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस जनता को भ्रमित कर रहे हैं लेकिन जनता भ्रमित नहीं होने वाली है। मुख्यमंत्री बनने के लिए कमलनाथ जी ने शपथ ली कि भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा।
जो कानून संसद ने बनाया है, उसे प्रदेश में न लागू करने की बात करना और कैबिनेट में संकल्प पारित करना संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा संविधान का अपमान है।
उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से प्रश्न पूछा कि आप कहते हैं कि कानून वापस ले लो।
आप क्या चाहते है पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये हमारे भाई बहन जो वहां अल्पसंख्यक है, प्रताड़ित हो रहे, उन्हें भारत की नागरिकता न मिले।
क्या महक जैसी बिटिया उठती रहे ?
धर्मांतरण होता रहे और उनका घर जलता रहे ?
उनकी संपत्ति पर कब्जा होता रहे ?
उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी को उनकी बेटियों का दुख दर्द दिखायी नहीं देता। क्या आप इतने असंवेदनशील हो गए है। श्री चौहान ने कहा कि धर्म के आधार पर प्रताड़ित हो रहे इन दुःखी और पीड़ित लोगों के साथ मोदी सरकार खड़ी है।