इस्लाम धर्म में रमजान महीने का बहुत महत्व है पूरे एक माह तक मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं।
इस दौरान दिन के समय न कुछ खाया जाता है और न ही कुछ पिया जाता है। रमजान के महीने में रोजा रखने के पीछे तर्क दिया जाता है कि इस दौरान व्यक्ति अपनी बुरी आदतों से दूर रहने के साथ ही खुद पर संयम रखता है। रमज़ान का महीना मतलब इबादत का महीना यह 30 दिन अल्लाह के बंदे उसकी इबादत करते हैं और अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं। रमज़ान के 30 दिन हर शख्स के ऊपर रोज़ा रखना फ़र्ज़ होता हैं। रोज़े की शुरुआत सेहरी से होती हैं जिसके बाद आदमी पुरे दिन बिना कुछ खाए पीए रहता हैं और शाम को रोज़ा खोलता हैं।
इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रहीं हैं जिसके चलते रोज़दारो को काफी प्यास लगती हैं ऐसे में हम आपके लिए कुछ खास ठंडी चीज़े लाए हैं जिसे आप रोज़ा इफ्तार में ले सकते हैं
इफ़्तार में ले यह ठंडे ड्रिंक्स और शेक्स
1. नीबू पानी
गर्मी की प्यास बुझाने के लिए नींबू की शिकंजी सबसे अच्छा ड्रिंक है। नींबू की शिकंजी से प्यास भी बुझ जाती है और पसीने के साथ बाहर जाने वाले मिनरल्स की कमी पूरी करता है। नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है, इसलिए यह शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है।
2. मैंगो शेक
गर्मी के मौसम खास आम का होता हैं गर्मियों में तरह तरह के आम आते हैं जिसमें बादाम, तोता परी, लंगड़ा आम, आदि होते हैं। और चुकी रमज़ान गर्मी के हैं तो आप आम के शेक को इफ़्तार में ले सकते हैं। यह आपके लिए एक ठंडी चीज़ हो सकती हैं।
3. मीठी लस्सी
नाम सुनते ही आदमी के मुँह में पानी आ जाता हैं ऐसे में अगर आप इसे रोज़ा इफ्तार में लेंगे तो यह आपको काफी ठंडक पहुंचाएगी। और वैसे भी गर्मियों में ठंडी ड्रिंक्स पीने का अपना ही मज़ा हैं ऐसे में रोज़ा इफ्तार के बाद यह आपके लिए एक अच्छा सेवन हैं
4. तरबूज़ का शेक
तरबूज़ खाने से हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होती, गर्मियों में तरबूज़ का सेवन करना बहुत ज़रूरी होता हैं। तरबूज़ का शेक रोजदारों के लिए एक कारगर शेक साबित हो सकता हैं। इससे आपको पानी की कमी महसूस नहीं होगी।
5. आम का पना
गर्मियों में आम का पना खूब पीना चाहिए। कच्चे आम से बनने के कारण इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आम का पना लू से बचाने में मददगार होता है। इसके साथ ही साथ यह हाजमे के लिए भी बेहद अच्छा होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है, जिससे हार्ट अटैक की संभावनाएं कम हो जाती हैं।