मुम्बई – सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि सेना का ट्रक चलाने की ताकत उनमें अभी तक है।
अनशन के बाद हॉस्पिटल में भर्ती अन्ना हजारे जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ
के एक काफिले पर आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया
व्यक्त कर रहे थे जिसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हुए हैं।
Also Read एक शेख़ जिसके पास खुदकी बनाईहुई दुनिया की अद्भुत 3000 कार्स का कलेक्शन
हजारे ने अपने एक सहयोगी के जरिए कहा
बुजुर्ग होने के कारण मैं बंदूक नहीं उठा सकता लेकिन अगर जरूरत हुई तो मैं देश
के लिए लड़ाई करने वाले अपने सैनिकों को पहुंचाने के लिए निश्चित रूप से वाहन चला सकता हूं।
अन्ना हजारे 1960 में एक ट्रक चालक के रूप में सेना में शामिल हुए थे।
1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वह खेम करन सेक्टर में तैनात थे।