केरल राज्य में शिक्षा और तकनीक को जोड़ने की दिशा में एक बड़ा प्रयास किया गया है। केरल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (KITE) ने ICT (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) आधारित शिक्षा को और मजबूत करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इसका उद्देश्य है कि शिक्षक और छात्र दोनों ही तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सकें।
9,924 शिक्षकों ने लिया प्रशिक्षण – ICT किताब को लेकर पहली बड़ी पहल
KITE ने दसवीं कक्षा की नई ICT पाठ्यपुस्तक पर आधारित प्रशिक्षण का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस प्रशिक्षण में कुल 9,924 शिक्षकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण का फोकस सिर्फ किताब को पढ़ाने तक सीमित नहीं था, बल्कि इस बात पर था कि शिक्षक तकनीकी विषयों को सरल और बच्चों के लिए रुचिकर तरीके से कैसे पढ़ा सकते हैं।
शिक्षकों को तकनीक में दक्ष बनाने की तैयारी
प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों को डिजिटल टूल्स, मल्टीमीडिया के इस्तेमाल और इंटरैक्टिव पढ़ाई के तरीके सिखाए गए। यह देखा गया कि कक्षा में तकनीक के सही इस्तेमाल से छात्र न केवल बेहतर समझ पाते हैं, बल्कि सीखने में ज्यादा रुचि भी लेते हैं।
जल्द आएगा रोबोटिक्स प्रशिक्षण – शिक्षकों के लिए एक नई दिशा
KITE जुलाई महीने में एक समर्पित रोबोटिक्स प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा। इसका उद्देश्य है कि शिक्षक रोबोटिक्स की मूलभूत जानकारी हासिल करें और यह समझें कि इसे कैसे कक्षा में छात्रों के साथ प्रयोग में लाया जा सकता है। यह प्रशिक्षण खासकर विज्ञान, गणित और ICT विषयों से जुड़े शिक्षकों के लिए बहुत लाभकारी होगा।
हर स्कूल तक पहुंचेगा रोबोटिक्स – संसाधन भी होंगे उपलब्ध
तकनीक को हर कोने तक पहुँचाने की सोच के साथ, KITE उन गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों को अतिरिक्त रोबोटिक किट्स भी उपलब्ध कराएगा जिन्हें इसकी ज़रूरत है। ऐसा इसलिए ताकि कोई भी स्कूल संसाधनों की कमी के कारण पीछे न छूटे। यह कदम तकनीकी शिक्षा में समान अवसर देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
चार भाषाओं में ICT पाठ्यपुस्तक – सबको मिले बराबरी का अवसर
नई ICT पाठ्यपुस्तक को मलयालम, अंग्रेज़ी, तमिल और कन्नड़ – इन चार भाषाओं में उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे राज्य के अलग-अलग भाषाई क्षेत्रों के छात्र अपनी मातृभाषा में इस तकनीकी ज्ञान को समझ सकेंगे। यह एक ऐसा प्रयास है जो डिजिटल शिक्षा को हर छात्र तक पहुँचाने की दिशा में बहुत जरूरी था।
भविष्य की ओर बढ़ता शिक्षा तंत्र
KITE की यह पहल केवल वर्तमान की ज़रूरतों को नहीं देख रही, बल्कि भविष्य की तैयारी भी कर रही है। यह योजना न सिर्फ शिक्षकों को सशक्त बना रही है, बल्कि छात्रों को भी एक ऐसे रास्ते पर ले जा रही है जहाँ वे सिर्फ तकनीक का इस्तेमाल करने वाले नहीं, बल्कि उसमें कुछ नया सोचने और बनाने वाले बन सकें।