पाकिस्तान Nuclear Ballistic Missile:
दुनिया इस वक्त बारूद के ढेर पर बैठी है। चाहे बात रूस-यूक्रेन युद्ध की हो, ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव की या फिर हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे सैन्य तनाव की—हर तरफ शक्ति प्रदर्शन का बोलबाला है। ऐसे माहौल में यह साफ हो गया है कि जिसकी झोली में जितने ज्यादा खतरनाक और उन्नत हथियार हैं, वही विरोधियों पर भारी पड़ेगा। इसी कड़ी में पाकिस्तान भी अब अपने हथियारों के जखीरे को और मजबूत करने की कोशिश में जुटा है।
गुप्त ICBM परियोजना का खुलासा
वॉशिंगटन की खुफिया एजेंसियों की मानें तो पाकिस्तानी सेना गुपचुप तरीके से एक परमाणु-संचालित अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) विकसित कर रही है, जिसकी मारक क्षमता अमेरिका तक पहुंच सकती है। ‘फॉरेन अफेयर्स’ की एक ताजा रिपोर्ट में यह दावा किया गया है, जो उस वक्त सामने आई है जब भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान चीन की मदद से अपनी परमाणु ताकत को बढ़ाने की कोशिशों में लगा है।
अमेरिका की चेतावनी
रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि यदि पाकिस्तान ऐसी मिसाइल विकसित करता है, तो अमेरिका उसे “परमाणु विरोधी देश” घोषित कर सकता है। अमेरिका की नजर में परमाणु हथियारों से लैस कोई भी ऐसा देश, जो उसे खतरा पहुंचा सकता है, शत्रु की श्रेणी में आ जाता है। फिलहाल रूस, चीन और उत्तर कोरिया को अमेरिका इसी श्रेणी में रखता है।
अधिकारियों ने कहा, “अगर पाकिस्तान ICBM हासिल कर लेता है, तो अमेरिका के पास उसे परमाणु विरोधी घोषित करने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचेगा। ऐसी मिसाइल रखने वाला कोई भी देश, जो अमेरिका को निशाना बना सकता है, उसे मित्र नहीं माना जाता।”
अब तक क्या है पाकिस्तान के पास?
पाकिस्तान लगातार यह दावा करता रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह भारत को संतुलित करने के मकसद से विकसित किया गया है। उसकी रणनीति अब तक छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों के निर्माण पर केंद्रित रही है। अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) 5,500 किलोमीटर से अधिक दूरी तक हमला करने में सक्षम होती है और इनमें पारंपरिक और परमाणु, दोनों प्रकार के हथियार लगाए जा सकते हैं।
फिलहाल, पाकिस्तान के पास कोई ICBM नहीं है। लेकिन 2022 में उसने ‘शाहीन-III’ नामक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था, जो सतह से सतह तक मार कर सकती है और जिसकी रेंज 2,700 किलोमीटर से ज्यादा बताई गई थी। इस रेंज में भारत के कई अहम शहर आ जाते हैं।