देश के व्यापारियों ने कल यानी 26 फरवरी को व्यावसायिक भारत बंद, का आव्हान किया है
व्यापारी लम्बे समय से GST व्यवस्था के लिए कुछ अतिरिक्त सुविधाओं की मांग कर रहे हैं
लेकिन मांगे पूरी ना होने के कारण कल सभी व्यापारियों ने सामूहिक भारत बंद का निर्णय लिया है
व्यापारी चाहते हैं कि केंद्र सरकार GST व्यवस्था और प्रक्रिया को सरल बनाए
ताकि उन्हें व्यावसायिक गतिविधियों को संचालित करने में कोई समस्या ना हो
व्यापारियों का कहना है कि अपनी इस मांग को लेकर वे वित्तमंत्री को भी अवगत करवा चुके हैं
रविवार को भी व्यापारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा था जिसमें मिलने का समय माँगा गया था
लेकिन पत्र का उचित जवाब ना मिलने के कारण अब व्यापारीयो ने विरोध जताने के लिए भारत बंद का रास्ता चुना है
भारत बंद का आव्हान रिटेल व्यापारियों की यूनियन
कन्फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया है.
कैट का कहना है कि हमने रविवार को लिखे पत्र में GST व्यवस्था के क्रियान्वयन हेतु एक वर्किंग कमेटी की मांग की थी इसके साथ ही हमने हर जिले में इस कमेटी को बनाने का सुझाव भी दिया था
लेकिन सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी
जिसके कारण हमने बंद का आव्हान किया है
कैट ने ये भी दावा किया है कि 26 को होने वाले इस बंद में देशभर के करीब 8 करोड़ व्यापारी भाग लेंगे
और अलग अलग जगहों पर धरना भी देंगे
भारत बंद के दौरान पेट्रोलियम के बढ़ते भावो का भी विरोध किया जाएगा
हालाँकि व्यापारियों ने ये साफ़ किया है कि कल होने वाला ये बंद पूर्णतः शांतिपूर्ण होगा
और इसमें किसी भी तरह की उग्र गतिविधियां नहीं की जाएंगी
आपको बता दें की भारत बंद के दौरान सिर्फ व्यवसायी कामकाज नहीं होंगे
इसके आलावा दैनिक जरूरत की वस्तुओं जैसे सब्जी,दूध इत्यादि की बिक्री निर्बाध रूप से जारी रहेगी और यातायात पर भी इसका कोई असर नहीं होगा