इंग्लैड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान शुभमन गिल को बनाया गया है। लेकिन भारतीय टीम में बहुत से खिलाड़ी हैं। जो अपने आपको कप्तानी के लिए एक अच्छा ऑप्शन मानते हैं। उनमें से एक ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा।
क्या रवींद्र जडेजा कप्तान बनना चाहते हैं। तब उन्होंने कहा हां। यह बात उन्होंने भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब चैनल पर कहीं। रवींद्र ने कहा कि इतने सालों तक मैंने अलग-अलग कप्तानों के साथ खेलकर सभी की कप्तानी की शैली को करीब से देखा। इससे यह समझ में आया कि सिचुएशन को पढ़कर सही से रिएक्ट कर पाए। वही अच्छा कप्तान है।
भारतीय टीम के लिए २०१२ में पहला टेस्ट खेलने वाले रवींद्र जडेजा ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में तीनों फाॅर्मेट में डेब्यू किया था और आईपीएल भी उन्हीं की कप्तानी में चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम से खेला। रवींद्र जडेजा अभी तक ८० टेस्ट खेल चुके हैं।
रवींद्र जडेजा ने कहा कि हर कप्तान की अलग स्टाइल होती है। मैंने हर फॉर्मेट में धोनी की कप्तानी में खेला है। उसकी सोच बहुत सरल है। वह बहुत कूल रहता है। विपरीत परिस्थितयों में भी धैर्य नहीं खोता। आखिरी बॉल तक न मैच को जीता न हारा मानता है। वह बस लड़ना जानता है। इसलिए वह इतना सफल कप्तान बना। वह सोचता है कि अगर कोई बैटसमैन एक ही जगह शॉट खेल सकता है। तब वह वहां फील्डर जरुर लगाता है।
टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने रवींद्र जडेजा को टेस्ट कप्तान बनाने का समर्थन कियाा था। उन्होंने यूट्यूब चैनल पर कहा कि हम रवींद्र जडेजा को क्यों भूल जाते हैं। नया कप्तान चाहिए तो किसी अनुभवी को कमान सौंपने के बाद किसी नए को कमान देनी चाहिए।
वहीं जडेजा ने कहा कि टेस्ट टीम की बजाय टी २० में कप्तानी बहुत कठिन है। टेस्ट में आपको गेंदबाज के हिसाब से दो या तीन फील्डर में बदलाव करना होता है, बल्लेबाज के हिसाब से नहीं।