कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी पार्टियों ने, विपक्ष की तुलना ‘सांप, कुत्ते, बिल्ली’ से करने पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की निंदा की। विपक्षी दलों ने कहा वह राजनीतिक चर्चा को ‘नए निचले स्तर’ पर ले गए हैं। भाकपा और तृणमूल कांग्रेस ने शाह के बयान पर निराशा जताते हुए कहा कि किसी भी सत्तारूढ़ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से इस तरह के बयान की अपेक्षा नहीं की जा सकती।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि अमित शाह की टिप्पणी ‘शर्मनाक’ है। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। वे बार-बार राजनीतिक चर्चा को निचले से निचले स्तर तक घसीट कर ले गए हैं। यह शर्मनाक है। हम उनसे और क्या उम्मीद कर सकते हैं। यह उनके डीएनए में है। उल्लेखनीय है कि शाह ने भाजपा के स्थापना दिवस पर मुंबई में एक रैली में कहा था, ‘2019 (चुनाव) के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। विपक्षी एकजुटता की कोशिश हो रही है। जब भारी बाढ़ आती है तो सब कुछ बह जाता है। केवल एक वटवृक्ष बचता है और बढ़ते पानी से खुद को बचाने के लिए सांप, नेवला, कुत्ते और बिल्लियां और अन्य जानवर साथ आ जाते हैं। उन्होंने कहा था, ‘मोदी बाढ़ के कारण सभी बिल्ली, कुत्ते, सांप और नेवला मुकाबला करने साथ आ रहे हैं।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट किया क्या भाजपा अध्यक्ष ने माननीय प्रधानमंत्री की प्राकृतिक आपदा से तुलना की? कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि शाह अपने राजनीतिक विरोधियों को कुत्ते और बिल्ली समझते हैं और यह उनके बढ़े हुए अहंकार की वजह से है। भाकपा नेता डी राजा ने कहा एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष से कोई इस तरह की भाषा की उम्मीद नहीं करता। उन्होंने कहा वह राज्यसभा के भी सदस्य हैं और उन्हें पता होना चाहिए कि हम सभी लोकतांत्रिक पार्टियां हैं। इस देश के लोग उन्हें कड़ा जवाब देंगे। तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि उन्होंने ( शाह) ‘खराब भाषा’ का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा,’बेशक हम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं, क्या हम किसी सत्तारूढ़ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से ऐसी भाषा की उम्मीद कर सकते हैं?