Success Story:
कहते हैं, जिंदगी में कभी हार मत मानो। जो लोग बार-बार गिरने के बाद भी खड़े होते हैं, वही असली हीरो होते हैं। ऐसी ही कहानी है यूपी के वाराणसी के अनुभव सिंह की।
शुरुआत से संघर्ष तक:
अनुभव के पिता केंद्र सरकार में नौकरी करते थे और मां टीचर थीं। अनुभव शुरू से पढ़ाई में अच्छे थे। उन्होंने NIT दुर्गापुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। पढ़ाई के बाद उन्हें भारत पेट्रोलियम (BPCL) में सेल्स ऑफिसर की नौकरी मिल गई। लेकिन उनका सपना इससे बड़ा था।
UPSC का सपना:
2016 में अनुभव ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और UPSC की तैयारी शुरू कर दी। पहले ही साल प्रीलिम्स तक नहीं पहुंच पाए। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी।
7 बार फेल, लेकिन हिम्मत नहीं हारी:
लगातार 7 बार असफल हुए। लेकिन अनुभव ने रास्ता बदला, मंज़िल नहीं। वह EPFO और IFS जैसी परीक्षाओं में भी बैठे।
2023 में EPFO में सफलता:
साल 2023 में उन्होंने EPFO की परीक्षा पास कर ली और अकाउंट्स ऑफिसर बने। लेकिन उनका सपना IFS बनना था।
2024 में आखिरी मौका और सफलता:
2024 में अनुभव का आखिरी UPSC अटेम्प्ट था। इस बार उन्होंने IFS परीक्षा पास की और पूरे भारत में टॉप रैंक हासिल की।
अनुभव की सीख:
अनुभव कहते हैं — UPSC एक लंबी रेस है। इसे 6-8 महीने में पास करना आसान नहीं। धैर्य सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने बताया कि नौकरी के साथ पढ़ाई करना भी बेहतर होता है क्योंकि इससे आर्थिक और मानसिक सहारा मिलता है।
अनुभव की कहानी से सीख:
अनुभव सिंह की कहानी बताती है कि असफलता से डरने की जरूरत नहीं। अगर जज्बा और हिम्मत हो तो आखिरी मौका भी जिंदगी बदल सकता है।