कोलकाता: दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज की एक छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में दिल को झकझोर देने वाले खुलासे सामने आए हैं। छात्रा ने दर्ज एफआईआर में बताया कि कॉलेज परिसर में तीन युवकों ने उसके साथ न केवल बलात्कार किया, बल्कि उसे धमकाया और पीटा भी। आरोपी में एक पूर्व तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) पदाधिकारी और दो वर्तमान छात्र शामिल हैं।
एफआईआर के मुताबिक, मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा (31) ने छात्रा से शादी का प्रस्ताव रखा था, जिसे उसने यह कहकर ठुकरा दिया कि वह पहले से ही रिश्ते में है। इसके बाद आरोपी बुरी तरह नाराज़ हो गया और छात्रा को जान से मारने, उसके प्रेमी और माता-पिता को फंसाने की धमकी दी।
पीड़िता ने बताया, “मैंने उसके पैर भी छुए, लेकिन उसने मुझे छोड़ा नहीं… उन्होंने मुझे जबरन गार्ड रूम में ले जाकर कपड़े उतार दिए और गैंगरेप किया।” साथ ही आरोपियों ने इस घिनौने अपराध का वीडियो बनाकर धमकी दी कि अगर वह चुप नहीं रही तो वीडियो वायरल कर देंगे।
जब पीड़िता ने भागने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसे हॉकी स्टिक से पीटा, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। यह पूरी घटना बुधवार शाम करीब 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच कॉलेज परिसर में हुई।
पुलिस ने गुरुवार शाम को कस्बा इलाके के एक ट्रैफिक सिग्नल से दो आरोपियों — मिश्रा और अहमद — को गिरफ्तार किया और उनके मोबाइल फोन जब्त किए। तीसरे आरोपी मुकर्जी को शुक्रवार रात उसके घर से पकड़ा गया।
घटना पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए “डरावनी जगह” बन चुका है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपराध के दौरान कॉलेज गेट बंद रखने का निर्देश दिया गया था। क्या यह सिर्फ अपराध नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश और सत्ताधारी दल द्वारा बचाव की कोशिश नहीं है?”
मालवीय ने कहा कि बीजेपी पीड़िता के साथ खड़ी है और जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक लड़ाई जारी रहेगी।
फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आरोपियों के मोबाइल फोन से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।