बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मौके पर पुलिस ने बुधवार को हैदराबाद में सुरक्षा कड़ी कर दी।
कुछ मुस्लिम संगठनों के काला दिवस मनाने के आह्वान के मद्देनजर शहर में संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। चारमीनार के पास ऐतिहासिक मक्का मस्जिद और अन्य पूजा स्थलों के पास भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
पुराने शहर के सईदाबाद इलाके में मुस्लिम महिलाओं के एक समूह ने बरसी की पूर्व संध्या पर मंगलवार को एक विशेष प्रार्थना में हिस्सा लिया। महिलाएं उजाले शाह ईदगाह में एकत्र हुईं और बाबरी मस्जिद की बहाली के लिए प्रार्थना की।
महिलाओं ने कहा कि आने वाली पीढ़ियां बाबरी मस्जिद को याद करती रहेंगी। एक बार जब किसी स्थान पर मस्जिद बन जाती है तो वह अनंत काल तक मस्जिद ही रहती है। तहरीक-ए-मुस्लिम शब्बन ने मुसलमानों से काला दिवस मनाने और नमाज अदा करने की अपील की।
संगठन के अध्यक्ष मुश्ताक मलिक ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को सांप्रदायिक ताकतों ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया था।
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बाबरी मस्जिद का विध्वंस हमेशा याद रखा जाएगा। हैदराबाद के सांसद ने सोशल मीडिया पर अपने पुराने भाषण का एक वीडियो क्लिप ‘नेवर फॉरगेट बाबरी’ हैशटैग के साथ पोस्ट किया।