khaber aaj ki News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन संभागीय समीक्षा बैठक में विकास कार्यों को समय-सीमा में और गुणवत्तापूर्ण करने पर जोर दिया। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि भविष्य के प्रोजेक्ट को देखते हुए शासकीय जमीन आरक्षित करें। उज्जैन सहित बड़े शहरों का झोनल प्लान बनाने की दिशा में पहल करें।
मुख्यमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से जन-हितैषी योजनाओं का लाभ आम जनता को बेहतर ढंग से मिले। यात्रा में 25 हजार की आबादी प्रतिदिन कवर की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की निर्माणाधीन सड़कों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सड़कों सहित अन्य निर्माण कार्य समय-सीमा में पूर्ण हो जाएं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से इसका पालन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खुले में बेच रहे मांस और मछली वालों पर प्रभावी कार्रवाई जारी रहे। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि मांस और मछली विक्रेताओं के लिए सभी जगह मार्केट विकसित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून और व्यवस्था बनाये रखने में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कहीं साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति होती है, तो उसके कारकों पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के ऐसे सेवानिवृत्त लोगों की सेवाएं ली जाएंगी, जो अच्छे कार्य करते हैं। ऐसे लोगों का उपयोग समाज-हितैषी योजनाओं के क्रियान्वयन में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मिलावटी दूध और पेट्रोल पर पूर्व की तरह ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे सही काम करने वाले लोगों को परेशान नहीं किया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि दताना और मुल्लापुरा मार्ग को जोड़कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन सड़कों पर डालने से सड़क कट रही हैं। अत: लोगों को समझाइश दी जाए कि वे सड़कों पर पाइप लाइन नहीं डालें। सड़कों पर पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था बनाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कलेक्टर्स विधायकगणों की समस्याओं और उनके विषयों का निराकरण प्राथमिकता से करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का एजेंडा सबसे पहले है। बैठक में विधायकगणों ने सड़क और भवन निर्माण का मुद्दा उठाया। विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर किये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
मुख्यमंत्री की बैठक में दिए गए निर्देशों का सार निम्नलिखित है:
विकास कार्यों को समय-सीमा में और गुणवत्तापूर्ण करना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
सभी कार्यों की निरंतर मॉनीटरिंग की जाएगी।
भविष्य के प्रोजेक्ट को देखते हुए शासकीय जमीन आरक्षित की जाएगी।
उज्जैन सहित बड़े शहरों का झोनल प्लान बनाया जाएगा।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए।
लोक निर्माण विभाग और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की निर्माणाधीन सड़कों की समीक्षा की गई।
खुले में बेच रहे मांस और मछली वालों पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
मांस और मछली विक्रेताओं के लिए मार्केट विकसित करने के निर्देश दिए गए।
प्रदेश में कानून और व्यवस्था बनाये रखने में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
समाज के ऐसे सेवानिवृत्त लोगों की सेवाएं ली जाएंगी, जो अच्छे कार्य करते हैं।
मिलावटी दूध और पेट्रोल पर पूर्व की तरह ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई।
विधायकगणों की समस्याओं और उनके विषयों का निराकरण प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए गए।
विकास का एजेंडा सबसे पहले है।