ड्रोन: आधुनिक युद्ध की दिशा बदलने वाला हथियार
ड्रोन ने हाल के वर्षों में युद्ध के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। पहले जहां युद्ध में सैनिकों और भारी हथियारों की भूमिका प्रमुख होती थी, वहीं अब ड्रोन तकनीक ने युद्ध के मैदान में क्रांति ला दी है। भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव में दोनों देशों ने ड्रोन का व्यापक उपयोग किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि ड्रोन अब केवल निगरानी उपकरण नहीं, बल्कि निर्णायक हथियार बन चुके हैं।
ड्रोन का इतिहास और पहली बार उपयोग
ड्रोन शब्द की उत्पत्ति ब्रिटेन के ‘क्वीन बी’ नामक रिमोट से संचालित विमान से हुई, जिसका उपयोग द्वितीय विश्व युद्ध से पहले प्रशिक्षण के लिए किया गया था। हालांकि, आधुनिक ड्रोन का पहला सैन्य उपयोग 1990 के दशक में खाड़ी युद्ध के दौरान हुआ, जब अमेरिका ने इराक में ड्रोन का इस्तेमाल किया।
भारत में ड्रोन का विकास और उपयोग
भारत ने 1995 में ‘निशांत’ नामक पहला स्वदेशी ड्रोन विकसित किया, जिसे 1999 के कारगिल युद्ध में दुश्मन की स्थिति का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया गया। इसके बाद भारत ने ‘पंछी’, ‘लक्ष्य’, ‘रुस्तम’, ‘आर्चर’, ‘घातक’ और ‘नेत्र’ जैसे कई ड्रोन विकसित किए। हालांकि, वर्तमान में भारत मुख्य रूप से इजरायली मूल के ‘हिरोन मार्क-2’, ‘हैरोप’ और ‘स्काई-स्ट्राइकर’ जैसे ड्रोन का उपयोग करता है।
हालिया भारत–पाकिस्तान तनाव में ड्रोन की भूमिका
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर ड्रोन के माध्यम से सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन में अडानी समूह की कंपनी द्वारा निर्मित स्वदेशी ड्रोन का उपयोग किया गया, जिसने दुश्मन के ठिकानों को एक ही हमले में नष्ट कर दिया पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई में तुर्की निर्मित ड्रोन और चीन से प्राप्त मिसाइलों का उपयोग किया, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकांश हमलों को विफल कर दिया ।
ड्रोन की विशेषताएं और युद्ध में महत्व
- त्वरित तैनाती: ड्रोन को किसी भी क्षेत्र में तेजी से तैनात किया जा सकता है।
- सटीक हमला: ड्रोन सटीकता से लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम हैं।
- कम जोखिम: ड्रोन के उपयोग से सैनिकों के जीवन का जोखिम कम होता है।
- कम लागत: ड्रोन की लागत पारंपरिक हथियारों की तुलना में कम होती है।
- रडार से बचाव: ड्रोन रडार और निगरानी प्रणालियों से बचने में सक्षम होते हैं।
भविष्य में ड्रोन का महत्व
भविष्य के युद्धों में ड्रोन की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होने वाली है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और स्वार्म तकनीक के साथ ड्रोन और अधिक प्रभावी हो जाएंगे। ड्रोन अब केवल निगरानी उपकरण नहीं, बल्कि युद्ध की दिशा तय करने वाले प्रमुख हथियार बन चुके हैं।