भारत के मिसाइल मैन और 11वें राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जिंदगी पर अब एक फिल्म बनने जा रही है। इस फिल्म की घोषणा 2025 के कान्स फिल्म फेस्टिवल में की गई है। इस खास बायोपिक में साउथ के मशहूर एक्टर धनुष डॉ कलाम का किरदार निभाएंगे।
फिल्म का निर्देशन ओम राउत करेंगे, जिन्होंने ‘तानाजी – द अनसंग वॉरियर’ जैसी सुपरहिट फिल्म बनाई थी। फिल्म की कहानी सैविन क्वाड्रोस ने लिखी है, जो इससे पहले ‘नीरजा’, ‘मैदान’ और ‘परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाते हैं।
डॉ कलाम की जिंदगी को फिल्म में दिखाना एक जिम्मेदारी
डायरेक्टर ओम राउत का कहना है कि डॉ कलाम सिर्फ एक वैज्ञानिक या राष्ट्रपति नहीं थे, वो एक ऐसे इंसान थे जो सच्चे नेतृत्व का उदाहरण थे। उन्होंने कहा, “कलाम साहब के अंदर शिक्षा, मेहनत और देश के लिए कुछ करने की सच्ची भावना थी। उनकी कहानी को फिल्म के ज़रिए दिखाना हमारे लिए एक नैतिक जिम्मेदारी है। ये फिल्म भारत ही नहीं, दुनिया भर के युवाओं को प्रेरणा देगी।”

सिर्फ वैज्ञानिक नहीं, एक कवि और शिक्षक भी थे डॉ कलाम
यह फिल्म केवल डॉ कलाम के वैज्ञानिक कामों और राष्ट्रपति बनने की कहानी नहीं होगी, बल्कि इसमें उनके जीवन के दूसरे पहलू भी दिखाए जाएंगे। फिल्म में दिखाया जाएगा कि वो एक अच्छे कवि थे, शानदार शिक्षक थे और हर समय कुछ नया सोचने वाले इंसान थे। फिल्म में विज्ञान और अध्यात्म का भी संतुलन होगा, जैसा कलाम साहब के जीवन में था।
निर्माताओं के लिए एक भावनात्मक पल
फिल्म के निर्माता अभिषेक अग्रवाल और भूषण कुमार ने कहा कि यह फिल्म उनके लिए एक गर्व और भावनाओं से जुड़ा मौका है। अभिषेक अग्रवाल ने कहा, “डॉ कलाम की कहानी को बड़े पर्दे पर लाना हमारे लिए गर्व की बात है।” वहीं भूषण कुमार ने कहा, “यह सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह उस महान इंसान को हमारी श्रद्धांजलि है जिसने हमें सिखाया कि सपने, मेहनत और विनम्रता से देश का भविष्य बदला जा सकता है।”
रिलीज़ डेट का सबको इंतज़ार
फिल्म की रिलीज़ डेट अभी तय नहीं हुई है, लेकिन दर्शक इस फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। क्योंकि डॉ कलाम सिर्फ एक वैज्ञानिक नहीं थे, वो करोड़ों भारतीयों की प्रेरणा थे। उन्होंने भारत को न सिर्फ टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ाया, बल्कि युवाओं को अपने सपनों पर यकीन करना भी सिखाया।