दाहोद के बाद कच्छ में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा- मैं पाकिस्तान के बच्चों को कहना चाहता हूं, आपके हुक्म नारा और आपकी सेना आतंकवाद के साये में पल रही है। वो आपके भविष्य को नष्ट कर रही है, इससे मुक्त होने के लिए आपको खुद आगे आने होगा। सुख चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ वरना मेरी गोली तो है ही। भारत की नीति और दिशा एकदम स्पष्ट हैं, भारत ने शांति और समृद्धि का रास्ता चुना है।
पीएम मोदी ने दी 53 हजार करोड़ की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुज में आयोजित विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने 53,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। बिजली क्षेत्र की परियोजनाओं में खावड़ा अक्षय ऊर्जा पार्क में उत्पादित अक्षय ऊर्जा की निकासी के लिए ट्रांसमिशन परियोजनाएं, ट्रांसमिशन नेटवर्क विस्तार और तापी में एक अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट इकाई शामिल हैं। इनमें कांडला बंदरगाह और गुजरात सरकार की कई सड़क, जल और सौर परियोजनाएं भी शामिल हैं।
मैं खुद को कच्छ आने से रोक नहीं पाता- पीएम
कच्छ की इस पावन धरा पर से मैं सभी को प्रणाम करता हूं। मेरा और कच्छ का पुराना नाता है। आप लोगों को प्यार इतना है कि मैं खुद को कच्छ आने से रोक नहीं पाता। मैं राजनीति से पहले भी कच्छ की धरती पर आता था और यहां के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हूं। कच्छ के लोग और उनका आत्मविश्वास मेरे जीवन का दिशा देते हैं। नई पीढ़ी को पता नहीं होगा, पुराने समय में हालात कुछ और थे। मैं जब सीएम था लोग गिनते थे कि मैं कितनी बार यहां आया। लोग कहते थे कि मोदी जी ने सेंचुरी लगा दी है। आम लोगों से कार्यकर्ताओं के घर और कार्यालयों में जाना मेरे लिए आम बात थी।
आपत्तियों को पलटा जा सकता है- पीएम मोदी
यहां पानी नहीं था, लेकिन यहां के किसान पानीदार थे। और कच्छ ने दिखा दिया है उम्मीद और अवसर से आपत्तियों को पलटा जा सकता है। जब भूकंप आया तो कच्छ मौत की चादर ओढ़कर सोया था। लेकिन मैंने विश्वास नहीं खोया। मुझे विश्वास था मेरा कच्छ इस संकट को परास्त करेगा और भूकंप को कंपा करके विकास की राह पर आएगा। मैं सभी कच्छवासियों को इन सभी विकास कार्यों के लिए ढेर सारी बधाई देता हूं।
‘कच्छ की फसलें दुनिया भर के बाजारों में पहुंच रही है’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा- हम अपनी जरूरत और दुनिया की जरूरत के लिए भारत में ही जहाज बनाएंगे। बीते दो-ढाई दशक में टेक्सटाइल, फूड प्रोसिसिंग समेत कई उद्योगों का विस्तार हुआ है। इस बार के बजट में केंद्र ने चमड़ा और कपड़ा के उद्योग के लिए कई घोषणाएं की है। मैं आप लोगों के परिश्रम को नमन करता हूं, गुजरात में पानी कई फीट नीचे पहुंच गया है। नर्मदा मां की कृपा और सरकार के प्रयासों से हालात बदल गए हैं। यहां की अनेक फसलें दुनिया भर के बाजारों में पहुंच रही है। एक समय था कच्छ पलायन के लिए मजबूर था। आज कच्छ के लोगों को यहीं रोजगार मिल रहा है। देश के नौजवानों को रोजगार मिले ये भाजपा सरकार की प्राथमिकता है।
‘हमारी नीति आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की’
पहले राज्य के मंत्री कच्छ आते थे तो पाकिस्तान से शुरू कर पाकिस्तान पर ही अपनी बात खत्म करते थे। 2001 में मैंने तय किया कि मैं उसे भुला दूंगा, अब ऐसा कच्छ बना दिया है कि पाकिस्तान को भी ईष्या हो जाए। हमारी नीति आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की है। ऑपरेशन सिंदूर ने इसे और स्पष्ट कर दिया है। जो भी भारतीयों का खून बहाने की कोशिश करेगा, उसको उसकी भाषा में ही जवाब दिया जाएगा। भारत पर आंख उठाने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर मानवता की रक्षा और आतंकवाद के अंत का मिशन है।
सेना सक्षम और अनुशासित है- पीएम मोदी
22 मई के बाद मैंने कभी छुपाया नहीं सीना तानकर बिहार की जनसभा में घोषणा की थी, कि मैं आतंकवाद के ठिकानों को मिट्टी में मिला दूंगा। हमने 15 दिन तक इंतजार किया, जब पाकिस्तान ने कुछ नहीं तो मैंने देश की सेना को खुली छूट दे दी। भारत के निशाने पर आतंकवादियों के ठिकाने थे। सैकड़ों किमी अंदर जाकर सटीक वार किया। ये साबित हुआ हमारी सेना कितनी सक्षम और कितनी अनुशासित है। हमने दुनिया को दिखाया आतंकवाद के अड्डे और ठिकानों को यहां बैठे-बैठे मिट्टी में मिला सकते है। भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान कितना बौखला गया ये सबने देखा।
हमारी लड़ाई सीमापार पल रहे आतंकवाद से है- पीएम
हमने आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया था, पाकिस्तान ने हमारे निर्दोष नागरिकों पर हमले किए। उनके ड्रोन पलक झपकते ढेर हो गए, इसके बाद भारत ने दोगुनी ताकत से हमला किया। भारत ने उनके एयरबेस और सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया। पाकिस्तान का हमले का जवाब हमने इतनी ताकत से दिया कि उनके सारे एयरबेस आज भी आईसीयू में पड़े हैं। तब जाकर पाकिस्तान शरणागति के लिए मजबूर हुआ, पाकिस्तान को लगा वो बच नहीं सकता क्योंकि भारत ने रौद्र रूप दिखा दिया है। ये हमारी सेना का साहस था कि पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में सफेद झंडे दिखा दिए। हमारी लड़ाई सीमापार पल रहे आतंकवाद से है।
आतंकवाद पाकिस्तान के लिए कमाई का जरिया बना- पीएम
मैं कच्छ की इस धरती से पाकिस्तान के लोगों से कहना चाहता हूं, क्या पाया आपने, हिंदुस्तान दुनिया की चौथी इकॉनमी बन गया। और तुम्हारा हाल क्या है, तुम्हारे बच्चे के भविष्य को किसने बर्बाद किया। तुम्हें दर-दर भटकने को किसने मजबूर किया। आतंकवाद के आकाओं ने, वहां की सेना के एजेंट ने। पाकिस्तान के नागरिक और वहां के बच्चे, मोदी की बात कान खोलकर सुन लो। आपकी सरकार और सेना आतंकवाद को समर्थन दे रही है। आतंकवाद पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए पैसा कमाने का जरिया बन गई है। पाकिस्तान के युवकों और बच्चों को तय करना होगा, क्या ये रास्ता ठीक? क्या इससे उनका भला हो रहा है। सत्ता के लिए जो खेल खेले जा रहे हैं। क्या उससे पाकिस्तान के बच्चों की जिंदगी बनेगी? पीएम मोदी ने इस दौरान कहा- मैं पाकिस्तान के बच्चों को कहना चाहता हूं, आपके हुक्म नारा और आपकी सेना आतंकवाद के साये में पल रही है। वो आपके भविष्य को नष्ट कर रही है, इससे मुक्त होने के लिए आपको खुद आगे आने होगा। सुख चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ वरना मेरी गोली तो है ही। भारत की दिशा एकदम स्पष्ट हैं, भारत ने शांति और समृद्धि का रास्ता चुना है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दाहोद में करीब 24,000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने वेरावल और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस और वलसाड और दाहोद स्टेशनों के बीच एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित भी किया।
पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र मां भारती की, मानवता की रक्षा के लिए हमारे तप और त्याग को दर्शाता है। सोचिए, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने जो कुछ किया, क्या भारत चुप बैठ सकता है? क्या मोदी चुप बैठ सकता है? अगर कोई हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाएगा, तो उसका भी मिटना तय हो जाता है। इसलिए ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है। ये हम भारतीयों के संस्कारों और हमारी भावनाओं की अभिव्यक्ति है। आतंकवादियों ने 140 करोड़ भारतीयों को चुनौती दी थी। इसलिए मोदी ने वही किया, जिसके लिए देशवासियों ने मुझे प्रधान सेवक की जिम्मेदारी दी है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मोदी ने अपनी तीनों सेनाओं को खुली छूट दी और हमारे शूरवीरों ने वो कर दिखाया, जो दुनिया ने पिछले कई दशकों से नहीं देखा था। हमने सीमापार चल रहे 9 आतंकी ठिकानों को ढूंढ निकाला और 22 तारीख को उन्होंने जो खेल खेला था, 6 तारीख की रात को 22 मिनट में हमने उन्हें मिट्टी में मिला दिया। भारत की इस कार्रवाई से बौखलाकर जब पाकिस्तानी सेना ने दुस्साहस दिखाया, तो हमारी सेनाओं ने पाकिस्तानी फौज को भी धूल चटा दी।’
उन्होंने कहा कि विभाजन के बाद नए-नए बने देश का एक ही लक्ष्य था- भारत से नफरत करना और हमारी प्रगति को रोकने की कोशिश करना, लेकिन हमारा एक ही लक्ष्य है- आगे बढ़ते रहना, गरीबी को खत्म करना और विकसित भारत का निर्माण करना। वास्तव में विकसित भारत तभी संभव है, जब हमारी सशस्त्र सेनाएं मजबूत हों और हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो। हम पूरी लगन और दृढ़ संकल्प के साथ लगातार उस दिशा में काम कर रहे हैं।
‘आज 26 मई है, 2014 में इसी तारीख को मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी’
इससे पहले सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आज 26 मई है। 2014 में इसी तारीख को मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। सबसे पहले गुजरात के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया, फिर करोड़ों भारतीयों ने मुझे आशीर्वाद दिया।’
‘कोटि-कोटि जनों ने भी मुझे आशीर्वाद देने में कोई कमी नहीं रखी’
उन्होंने कहा कि गुजरात के आप सभी लोगों में मुझे भरपूर आशीर्वाद दिया और बाद में देश के कोटि-कोटि जनों ने भी मुझे आशीर्वाद देने में कोई कमी नहीं रखी।आपके आशीर्वाद की शक्ति से मैं दिनरात देशवासियों की सेवा में जुटा रहा। इन वर्षों में देश ने वो फैसले लिए जो अकल्पनीय और अभूतपूर्व हैं। इन वर्षों में देश ने दशकों पुरानी बेड़ियों को तोड़ा है। देश हर सेक्टर में आगे बढ़ा है।
‘देश निराशा के अंधकार से निकलकर विश्वास के उजाले में तिरंगा फहरा रहा’
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश निराशा के अंधकार से निकलकर विश्वास के उजाले में तिरंगा फहरा रहा है। आज हम 140 करोड़ भारतीय मिलकर अपने देश को विकसित भारत बनाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। देश की तरक्की के लिए जो कुछ भी चाहिए वो हम भारत में ही बनाएं ये आज के समय की मांग है। भारत आज तेज गति से मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में आगे बढ़ रहा है। देश की जरूरत के सामान का निर्माण हो या फिर दुनिया के अलग-अलग देशों में हमारे देश की बनी हुई चीजों का निर्यात लगातार बढ़ रहा है।
‘आज भारत रेल, मेट्रो और इसके जरूरी तकनीक खुद बनाता भी है और दुनिया में निर्यात भी करता है’
उन्होंने कहा कि आज हम स्मार्ट फोन से लेकर, गाड़ियां, खिलौने, सेना के अस्त्र-शस्त्र और दवाओं जैसी चीजें दुनिया के देशों में निर्यात कर रहे हैं। आज भारत रेल, मेट्रो और इसके जरूरी तकनीक खुद बनाता भी है और दुनिया में निर्यात भी करता है। हमारा ये दाहोद इसका जीता-जागता प्रमाण है।
हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण
पीएम मोदी ने कहा कि थोड़ी देर पहले यहां हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें सबसे शानदार दाहोद की इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री है। 3 साल पहले मैं इसका शिलान्यास करने आया था। तब लोगों को तरह तरह की बातें कीं। गालियां दीं। कहा कि चुनाव आने वाले हैं इसलिए ये सब किया जा रहा है। काम कुछ नहीं होगा। देखिए, अब इस फैक्ट्री में पहला इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव बनकर तैयार हो गया है। आज गुजरात को एक और उपलब्धि हासिल हुई है। गुजरात के शत-प्रतिशत रेलवे नेटवर्क का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। इसके लिए मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।