नोएडा की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली महिला को एक व्यक्ति ने लिव-इन रिलेशनशिप के नाम पर न सिर्फ प्यार का झांसा दिया, बल्कि नौ महीने तक साथ रहकर 65 लाख रुपये की ठगी भी कर ली।
कैसे शुरू हुई कहानी?
यह सब तब शुरू हुआ जब महिला की मुलाकात एक व्यक्ति से एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर हुई। दोनों की बातचीत बढ़ी और जल्द ही उन्होंने लिव-इन पार्टनर के तौर पर साथ रहना शुरू कर दिया। महिला को बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वह जिसके साथ रह रही है, वह धीरे-धीरे उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी ठगी की पटकथा लिख रहा है।
नौ महीने साथ, फिर अचानक गायब
करीब नौ महीने तक सब कुछ सामान्य चलता रहा। लेकिन फिर एक दिन वह व्यक्ति अचानक गायब हो गया। महिला को पहले लगा कि कहीं कोई हादसा तो नहीं हुआ, मगर जब उन्होंने अपने बैंक अकाउंट की जांच की तो उनके होश उड़ गए।
कैसे हुई 65 लाख की ठगी?
- महिला के रहते ही आरोपी ने उनके भरोसे का फायदा उठाते हुए 25 लाख रुपये सीधे अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए।
- इसके बाद महिला के अच्छे सिबिल स्कोर का फायदा उठाकर आरोपी ने उनके नाम पर 40 लाख रुपये का लोन भी ले लिया।
- आरोपी ने महिला के फोन में एक ऐसा ऐप इंस्टॉल किया, जिसकी मदद से वह पैसे ट्रांसफर कर सकता था और महिला के मोबाइल पर आने वाले बैंक मैसेज भी ब्लॉक कर दिए गए थे।
- इस तरह महिला को महीनों तक कोई ट्रांजेक्शन अलर्ट भी नहीं मिला।
पुलिस में दर्ज हुई शिकायत
जब महिला को पूरे फर्जीवाड़े का पता चला तो उन्होंने तुरंत नोएडा के सेक्टर-58 पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस के मुताबिक, आरोपी की तलाश की जा रही है और साइबर सेल इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
क्या है यह नया साइबर फ्रॉड का तरीका?
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि लिव-इन पार्टनरशिप जैसे रिश्तों में भी अब साइबर फ्रॉड का खतरा बढ़ गया है। एक ओर जहां ऑनलाइन डेटिंग और रिश्तों का दौर तेजी से बढ़ रहा है, वहीं ऐसे फ्रॉड भी नए-नए रूप में सामने आ रहे हैं।