देश की सबसे आधुनिक और हाई-प्रोफाइल ट्रेन मानी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में मंगलवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। दिल्ली से भोपाल जा रही वंदे भारत ट्रेन (नंबर 20172) के एग्जीक्यूटिव क्लास (E2) में यात्रा कर रहे एक शख्स को 7-8 दबंगों ने उसकी सीट पर ही घेर कर बुरी तरह पीट डाला। घटना इतनी वीभत्स थी कि पीड़ित के नाक, मुंह और कान से खून बहने लगा।
ट्रेन में आतंक: लग्जरी कोच में भी सुरक्षित नहीं यात्री
यह घटना झांसी स्टेशन पार करने के बाद की है। बताया जा रहा है कि दबंग किसी और कोच से एग्जीक्यूटिव कोच में घुसे और सीट नंबर 50 पर बैठे यात्री को घेरकर मारना शुरू कर दिया। चंद ही मिनटों में वह शख्स लहूलुहान हो गया और कोच में बैठे अन्य यात्रियों के सामने यह सब होता रहा — लेकिन न पुलिस आई, न रेलवे के किसी अधिकारी ने हस्तक्षेप किया।
पूर्व मंत्री राम निवास रावत ने उठाया सवाल
भाजपा के वरिष्ठ नेता और मप्र के पूर्व मंत्री राम निवास रावत ने इस शर्मनाक घटना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर रेल मंत्री को टैग करते हुए लिखा:
“जब एग्जीक्यूटिव कोच में बैठे यात्रियों के साथ यह हो सकता है, तो सामान्य यात्रियों की सुरक्षा का क्या होगा?”
उन्होंने लिखा कि पीड़ित यात्री की बेरहमी से पिटाई पूरी ट्रेन के सामने हुई, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। साथ ही आरोप लगाया कि इस दबंगई में कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल थे या उनका मौन समर्थन था।

राम निवास रावत ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा:
“मैं खुद इस पीड़ित से संपर्क में हूं। उसकी हालत गंभीर है, लेकिन घटना के बाद न तो कोई रेलवे अधिकारी आया, न ही किसी पुलिसकर्मी ने कार्रवाई की। ट्रेन जैसे हाई-सिक्योरिटी क्षेत्र में ऐसी घटना होना बहुत डरावना है।”
सवालों के घेरे में रेलवे और पुलिस व्यवस्था
इस घटना ने एक बार फिर से भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वंदे भारत जैसी हाई-टेक ट्रेन, जहां यात्रियों को प्रीमियम सुविधाएं मिलती हैं, वहां इस तरह की हिंसक घटना कई चिंताएं खड़ी करती है।
कैसे 7-8 लोग बिना चेकिंग के एक कोच से दूसरे में घूमते रहे?
इतनी मारपीट के बाद भी न गार्ड आया, न RPF?
क्या वंदे भारत जैसी ट्रेन में भी यात्री असुरक्षित हैं?
अब क्या होना चाहिए?
इस मामले ने पूरे देश में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर बहस छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि अगर एग्जीक्यूटिव क्लास तक में ‘गुंडा राज’ हो सकता है, तो आम कोच में आम आदमी का क्या हाल होगा?
रेल मंत्रालय और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को अब इस मामले में जल्द से जल्द एक्शन लेना होगा और दोषियों की पहचान कर उन्हें सज़ा दिलानी होगी — वरना वंदे भारत की चमक के पीछे डर और असुरक्षा का साया छा जाएगा।