भोपाल के मुख्यमंत्री निवास में पहली बार भव्य गौ-शाला सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में गौपालक और गौशाला संचालक शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई बड़े फैसलों की घोषणा की।
गौशालाओं को मिली 90 करोड़ की मदद
सीएम ने गौशालाओं के लिए 90 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता सीधे ट्रांसफर की। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि हर घर में गौपालन हो। उन्होंने गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए खर्च घटाकर प्रति गाय 20 से 40 रुपये करने की योजना पर भी बात की।

दूध और सीएनजी का उत्पादन होगा
मुख्यमंत्री ने कहा, “गौशालाओं में सिर्फ सेवा न हो, बल्कि दूध उत्पादन, सीएनजी निर्माण और दवाई निर्माण जैसे काम भी हों।” उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने गाय के दूध की खरीद में अड़चनें डालीं, लेकिन हमारी सरकार सम्मान के साथ गाय का दूध खरीदेगी।
पशुपालन विभाग का नाम बदला
इस सम्मेलन में सीएम मोहन यादव ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब पशुपालन विभाग का नाम बदला जाएगा। इसका नया नाम होगा “पशुपालन एवं गोपालन विभाग”। उन्होंने कहा कि अब गौसेवा और गौ-उद्योग को नई पहचान मिलेगी।
सीएम हाउस अब सबका घर
सीएम ने कहा, “यह मुख्यमंत्री निवास है, लेकिन दरअसल यह आपका ही घर है।” उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने जैसे कृषि में देश में पहला स्थान पाया है, वैसे ही दूध उत्पादन में भी नंबर वन होना चाहिए।
कार्यक्रम में कई नेता रहे मौजूद
इस सम्मेलन में मंत्री विश्वास सारंग, लखन पटेल, विधायक भगवान दास सबनानी और भोपाल की महापौर मालती राय सहित कई वरिष्ठ नेता भी मंच पर उपस्थित थे।