कश्मीर घाटी इस मौसम की रिकॉर्ड-तोड़ बर्फ़बारी के चपेट में आ गई है, जिससे कई इलाकों में चार फीट तक बर्फ जमा हो गई है. गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, कुपवाड़ा, बांदीपोरा और श्रीनगर सहित प्रमुख शहरों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सड़कें बंद हैं, बिजली गुल है, कई इलाकों में जल संकट पैदा हो गया है और स्कूलों को बंद कर दिया गया है. हालांकि, प्रशासन सड़कों को साफ करने और बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए लगातार काम कर रहा है. साथ ही लोगों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और बर्फबारी होने की चेतावनी दी है, जिससे तापमान में भी गिरावट आएगी.
हालांकि बर्फबारी से जनजीवन परेशान हुआ है, लेकिन यह कश्मीर के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है. इससे आने वाले महीनों में जल संकट दूर होने की उम्मीद है और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. बर्फबारी से किसानों को भी फायदा होगा. खूबसूरत बर्फ से लदी कश्मीर घाटी पर्यटकों को भी अपनी ओर खींच रही है. कुल मिलाकर, यह बर्फबारी कश्मीर के लिए एक मिश्रित प्रभाव लेकर आई है, लेकिन भविष्य को देखते हुए यह सकारात्मक ही मानी जा रही है.