हाल ही में अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। जिस बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की छत पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, वहीं से ब्लैक बॉक्स का मलबा बरामद किया गया था।
हादसे के 13 तारीख को ब्लैक बॉक्स मिला था, लेकिन भारी नुकसान के कारण अभी तक इसे डिकोड करने में सफलता नहीं मिली है। विमान में आग लगने की वजह से ब्लैक बॉक्स बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

ब्लैक बॉक्स अब अमेरिका भेजा जाएगा
जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया की AI-171 फ्लाइट का ब्लैक बॉक्स अब अमेरिका के वाशिंगटन डीसी भेजा जाएगा। वहां पर नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) इसकी जांच करेगा। इस दौरान भारत के अधिकारी भी अमेरिका में मौजूद रहेंगे।
ब्लैक बॉक्स डिकोड होने के बाद ही हादसे के असली कारणों का खुलासा हो सकेगा। हादसे के बाद अब तक विमान के क्रैश की वजह साफ नहीं हो पाई है।
क्या होता है ब्लैक बॉक्स?

ब्लैक बॉक्स किसी भी विमान का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। यह दो उपकरणों से मिलकर बना होता है:
- कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR): यह पायलटों की बातचीत और कॉकपिट के अंदर की आवाजें रिकॉर्ड करता है।
- फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR): यह विमान की स्पीड, ऊंचाई, इंजन की स्थिति जैसे उड़ान से जुड़े सारे तकनीकी आंकड़े सुरक्षित करता है।
हादसे की जांच में ब्लैक बॉक्स सबसे अहम कड़ी होता है क्योंकि इससे विमान हादसे की असली वजह पता चलती है।
DGCA ने दिए जांच के आदेश
विमान हादसे के बाद भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787-8 और 787-9 ड्रीमलाइनर विमानों की गहन जांच के आदेश दिए हैं।
हादसे में कितने लोगों की मौत हुई?
अब तक इस विमान हादसे में कुल 274 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 241 यात्री विमान में सवार थे, बाकी मृतक मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ थे, जो हादसे के समय हॉस्टल में मौजूद थे।
अब आगे क्या होगा?
ब्लैक बॉक्स की जांच से उम्मीद की जा रही है कि विमान के क्रैश होने की असली वजह जल्द सामने आ सकेगी। यह रिपोर्ट आने के बाद भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के उपाय भी तय किए जाएंगे।