दिल्ली से बाली जा रही एअर इंडिया की उड़ान AI2145 को उस वक्त वापस लौटना पड़ा जब इंडोनेशिया के एक सक्रिय ज्वालामुखी के विस्फोट की खबरें सामने आईं। एअर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए विमान को बीच रास्ते से ही दिल्ली लौटने का निर्देश दिया गया। फ्लाइट सुरक्षित रूप से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
नवंबर 2024 में भी हुआ था बड़ा हादसा
बता दें, नवंबर 2024 में इसी ज्वालामुखी के कई विस्फोटों में नौ लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था। उस समय भी बाली जाने वाली कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गई थीं। इस बार भी वही स्थिति सामने आई जब एहतियातन एअर इंडिया की फ्लाइट को दिल्ली लौटाया गया।
मौसम की मार और ज्वालामुखी का खतरा
यह घटना उस समय हुई जब एक दिन पहले खराब मौसम के कारण बाली से दिल्ली आ रही एअर इंडिया की फ्लाइट (AI2146) को वाराणसी डायवर्ट करना पड़ा था। फ्लाइट वाराणसी में रुकने के बाद उसी रात दिल्ली के लिए रवाना की गई।
कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द, यात्री परेशान
पूर्वी इंडोनेशिया के माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी में मंगलवार शाम शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जिससे राख का गुबार 32,800 फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया। इससे बाली जाने वाली कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और कुछ का रूट बदलना पड़ा। एहतियात के तौर पर बाली के नगुराह राय अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फ्लाइट ऑपरेशन भी अस्थायी रूप से रोक दिए गए।
एअर इंडिया के अलावा वर्जिन ऑस्ट्रेलिया, जेटस्टार, एअर न्यूजीलैंड, सिंगापुर की टाइगरएयर और चीन की जुनेयाओ एयरलाइंस जैसी कंपनियों ने भी अपनी उड़ानें रद्द कर दीं या रूट बदल दिए।
यात्रियों को होटल में ठहरने की सुविधा
एअर इंडिया ने यात्रियों से असुविधा के लिए माफी मांगते हुए कहा, “हम प्रभावित यात्रियों को होटल में ठहरने की सुविधा दे रहे हैं। साथ ही, यात्री चाहें तो अपनी टिकट रद्द कर सकते हैं, यात्रा की तारीख बदल सकते हैं या पूरा पैसा वापस ले सकते हैं।”
एअर इंडिया की 13 उड़ानें और रद्द
इस ज्वालामुखी संकट के अलावा एअर इंडिया पहले से ही उड़ानों की रद्दीकरण की समस्या से जूझ रही है। हाल ही में अहमदाबाद विमान हादसे के बाद सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है, जिसकी वजह से एअर इंडिया ने मंगलवार को सात अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दीं। वापसी की उड़ानें मिलाकर कुल 13 फ्लाइट्स प्रभावित हुईं, जिनमें से अधिकतर बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान थीं।
बोइंग 787 पर सुरक्षा समीक्षा
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बताया कि पिछले छह दिनों में एअर इंडिया को 66 ड्रीमलाइनर उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हालांकि, DGCA के मुताबिक, हाल ही में किए गए निरीक्षणों में बोइंग 787 बेड़े में कोई बड़ी सुरक्षा खामी नहीं पाई गई। विमान और उनके रखरखाव के सभी पहलू मौजूदा सुरक्षा मानकों के अनुरूप हैं।
DGCA ने एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी पहलुओं की समीक्षा की और यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।