अनिरुद्धाचार्य, वृंदावन स्थित गौरा गोपाल आश्रम के संस्थापक, एक बार फिर विवादों में हैं। अपने बयानों की वजह से वह पहले भी कई बार माफी मांग चुके हैं।
उन्होंने 2019 में आश्रम की स्थापना की और आज वहीं अपनी पत्नी व दो बेटों के साथ रहते हैं।
यहाँ जानिए उनके 5 सबसे विवादित बयान:
1. लड़कियों की शादी 16 साल से पहले होनी चाहिए
अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र 16 साल से पहले होनी चाहिए क्योंकि 25 साल तक “चार जगह मुंह मार चुकी होती हैं।”
इस बयान पर भारी विवाद हुआ।
2. भगवान शिव को बताया श्रीकृष्ण का साला ( https://youtu.be/E9ht2lNQe-E?si=mF50AN1GV_K34ncw )
एक प्रवचन में उन्होंने भगवान शिव को श्रीकृष्ण का साला बता दिया, जिससे संत समाज भड़क उठा और शास्त्रों के अपमान का आरोप लगा।
3. सीता और द्रौपदी की सुंदरता को बताया अपमान का कारण
उन्होंने कहा कि सीता हरण और द्रौपदी चीर हरण उनकी सुंदरता की वजह से हुआ।
इस बयान की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हुई।
4. महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर विवादित टिप्पणी
वाल्मीकि जी के जीवन पर की गई टिप्पणी से वाल्मीकि समाज आहत हुआ।
बाद में अनिरुद्धाचार्य को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी।
5. ’35 टुकड़े’ वाला बयान
2022 में जयपुर प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा, लड़कियां पढ़ाई के नाम पर बाहर निकलती हैं और फिर 35 टुकड़ों में मिलती हैं। इसे श्रद्धा हत्याकांड से जोड़ा गया और विवाद गहराया।
हालांकि बाबा जी सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हैं, पर उनके बयानों से अक्सर विवाद खड़े हो जाते हैं।
धार्मिक मंच से बोले गए शब्दों की गंभीरता को समझना हर वक्ता की जिम्मेदारी होती है।
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