मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बारिश के बाद जलस्तर बढ़ने लगा है। इस साल पहली बार कोलांस नदी एक फीट ऊपर बहती दिखाई दी। यह नदी बैरागढ़ और आसपास के इलाकों से होकर बहती है, और जब इसका जलस्तर बढ़ता है तो शहर के निचले इलाकों पर भी असर पड़ता है।
इसी के साथ भोपाल के प्रसिद्ध बड़ा तालाब (उपचारिक नाम: अपर लेक) का जलस्तर 1661.05 फीट तक पहुंच गया है।
जबकि सामान्यतः इसे 1666.80 फीट तक भरा जाता है।
बारिश जारी रही तो यह जलस्तर जल्द ही और भी बढ़ सकता है।
कोलांस नदी में उफान:
इस साल पहली बार कोलांस नदी एक फीट ऊपर बहती नजर आई। यह नदी बैरागढ़ और आसपास के क्षेत्रों से होकर बहती है।
इसका जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में असर देखने को मिल सकता है।
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बड़ा तालाब का जलस्तर 1661.05 फीट:
भोपाल के अपर लेक (बड़ा तालाब) का जलस्तर बढ़कर 1661.05 फीट तक पहुंच गया है, जबकि अधिकतम सीमा 1666.80 फीट मानी जाती है।
कलियासोत डैम का गेट खोला गया:
बारिश के बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रशासन ने कलियासोत डैम का एक गेट खोल दिया है, ताकि अतिरिक्त पानी की निकासी की जा सके और निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति न बने।
मौसम विभाग का अलर्ट:
अगले 24 घंटों के लिए भोपाल और आसपास के जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम का असर पूरे मध्यप्रदेश में दिखाई दे रहा है।
प्रशासन पूरी तरह सतर्क:
नगर निगम और जल संसाधन विभाग अलर्ट मोड पर हैं।
लोगों से अपील की गई है कि वे नदियों, तालाबों या डैम के किनारे न जाएं और सावधानी बरतें।