Shefali Jariwala Death: 42 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक (कार्डियक अरेस्ट) का शिकार बनीं शेफाली जरीवाला। उनके अचानक निधन ने सिर्फ फैन्स को ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री को भी झकझोर दिया। आपको बता दें की कार्डियक अरेस्ट के कारण बीते सालों में कई सितारों की जान जा चुकी है। अच्छी लाइफस्टाइल और खान – पान होने के बावजूद लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। जानें कुछ ऐसे ही सितारों के बारे में और हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के पीछे का कारण।
बॉलीवुड में हार्ट अटैक के पुराने केस
Shefali Jariwala (42) – 27 जून 2025, हार्ट अटैक के कारण निधन; Bellevue हॉस्पिटल में मृत घोषित

Sidharth Shukla (40) – 2 सितंबर 2021, अचानक कार्डियक अरेस्ट में निधन

KK (Krishnakumar Kunnath) (53) – 31 मई 2022, कोलकाता में स्टेज पर हार्ट अटैक

Raju Srivastava (58) – 21 सितंबर 2022, जिम में एक्सरसाइज के दौरान हार्ट अटैक

Satish Kaushik (66) – 9 मार्च 2023, गुरुग्राम में कार्डियक अरेस्ट से निधन

Raj Kaushal (49) – 30 जून 2021, अचानक हार्ट अटैक

Puneeth Rajkumar (46) – 29 अक्टूबर 2021, जिम में हार्ट अटैक

Rituraj Singh (59) – 20 फरवरी 2024, कार्डियक अरेस्ट के बाद निधन

Inder Kumar (44) – 28 जुलाई 2017, हार्ट अटैक से निधन

यह लिस्ट दर्शाती है कि किस प्रकार युवा से लेकर बुजुर्ग, टीवी और फिल्म इंडस्ट्री के अनगिनत चेहरे अचानक हार्ट अटैक से चले गए।
क्या बढ़ रहा है कार्डियक अरेस्ट?
- युवा में मौत दर के आंकड़े चौंकाते हैं:
ICMR के अनुसार भारत में 25–40 वर्ष की आयु वाले युवाओं के बीच हार्ट अटैक की घटनाएँ तेज़ी से बढ़ रही हैं । - सालाना लाखों की संख्या में हार्ट अटैक मौतें:
भारतीय हार्ट एसोसिएशन का अनुमान है कि हर साल लगभग 7 लाख से अधिक लोग अचानक कार्डियक अरेस्ट से मरते हैं । - Cardiac Arrest और Heart Attack:
हार्ट अटैक मुख्यतः धमनी में ब्लॉकेज से होता है, जबकि कार्डियक अरेस्ट एक इलेक्ट्रिकल फेल्योर का नतीजा होता है, जिससे दिल अचानक बंद हो सकता है । - लाइफस्टाइल और कोमोरबिडिटी:
गलत डाइट, कम एक्सरसाइज, तनाव, हाई BP, डायबिटीज़ और धूम्रपान – ये सभी युवा कार्डियैक अरेस्ट के प्रमुख जोखिम कारक बने हैं । - पोस्ट‑COVID प्रभाव:
कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, COVID‑19 संक्रमण के बाद दिल की मांसपेशियों (मायोकार्डियल) प्रभावित हो सकती हैं, जिससे अचानक दिल रुक सकता है । - आपातकालीन प्रतिक्रिया की कमी:
भारत में CPR प्रशिक्षण की कमी और तत्काल मेडिकल सहायता उपलब्ध न होना, मृत्युदर को और बढ़ाने में योगदान करता है ।
कैसे कर सकते हैं बचाव
नियमित हृदय जांच ईसीजी, इको और कोलैस्टेरॉल आदि का समय-समय पर परीक्षण
संतुलित जीवनशैली मॉडरेट एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट, पर्याप्त नींद तनाव प्रबंधन योग, मेडिटेशन या साइकोथेरेपी
CPR और इमरजेंसी जागरूकता आम जनता में प्रशिक्षण
लक्षणों को पहचानना सीने में दर्द, चक्कर, सांस की तकलीफ पर तुरंत प्रतिक्रिया
शेफाली जरीवाला का दुखद असमय जाना सिर्फ एक एकल दुर्घटना नहीं है, बल्कि कई सितारों के चिंताजनक हार्ट अटैक की सीमा में एक और यात्रा है। यह हमें याद दिलाता है कि दिल की रक्षा जीवन में प्राथमिकता होनी चाहिए—चाहे व्यक्ति कितना भी फिट क्यूँ न दिखे। कृपया समय-समय पर जाँच कराएँ, लाइफस्टाइल सुधारे और CPR जैसी लाइफसेविंग तकनीक सीखें।