ब्रिटेन की टीम और भारतीय वायुसेना कर रही मदद
भारतीय वायुसेना इस विमान को ठीक करने में मदद कर रही है। अधिकारियों के मुताबिक ब्रिटिश रॉयल नेवी का रखरखाव दल पहले भी आ चुका है और अब एक बड़ी टीम आने वाली है। अगर जरूरत पड़ी तो इस विमान को सैन्य परिवहन विमान (मिलिट्री कार्गो प्लेन) के जरिए ब्रिटेन भेजा जाएगा।
कब हुई थी इमरजेंसी लैंडिंग

14 जून की रात, यह लड़ाकू विमान ब्रिटिश विमानवाहक पोत HMS Prince of Wales से ऑपरेट कर रहा था और भारतीय हवाई क्षेत्र के बाहर रूटीन फ्लाइट पर था। अचानक ईंधन कम होने के कारण इसकी तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
उस समय भारतीय वायुसेना ने तुरंत मदद की और ईंधन भरवाया। लेकिन लौटते समय विमान में हाइड्रोलिक खराबी आ गई, जिसकी वजह से यह वहीं खड़ा रह गया।
एयरलिफ्ट की तैयारी

फिलहाल ब्रिटिश नेवी का एक रखरखाव दल पहले ही समस्या को ठीक करने की कोशिश कर चुका है। अब एक और बड़ी टीम आने वाली है। अगर मरम्मत संभव नहीं हुई, तो विमान को एयरलिफ्ट करके ब्रिटेन वापस ले जाया जाएगा।
भारतीय वायुसेना ने हर कदम पर दी मदद

अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय वायुसेना इस पूरे ऑपरेशन में हर तरह की जरूरी मदद दे रही है। ईंधन से लेकर एयरस्पेस और टेक्निकल सपोर्ट तक सभी सुविधाएं दी जा रही हैं।