दरअसल, Priyanka Gandhi Vadra में लोग उनकी दादी श्रीमती इंदिरा गांधी की छवि तलाशते हैं। दोनों का चेहरा भी लगभग एक ही जैसा है। उस पर से कर्नाटक में शानदार जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस में गजब का Confidence देखने को मिल रहा है। कांग्रेस के भीतर 2024 लोकसभा चुनाव में Priyanka Gandhi को PM Face बनाने की मांग बड़े ही जोर शोर से की जा रही है। आखिर इन सब की वजह क्या है ?
क्या प्रियंका ही दे सकती हैं- मोदी को सीधी टक्कर ?
कांग्रेस भी यह खूब समझती है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को प्रियंका गाँधी ही टक्कर दे सकती है। कर्नाटक चुनाव जीत का श्रेय भी अधिकांश लोग प्रियंका को ही दे रहे हैं। कांग्रेस के अंदर ही नहीं बल्कि कांग्रेस के बाहर भी प्रियंका की नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा जोरों पर है। बड़े बड़े पहुँचे हुए राजनितिज्ञों का मानना है कि जिस तरह से कर्नाटक में PM Modi को Target रखते हुए प्रियंका गांधी ने चुनावों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया वह वास्तव में काबिले तारीफ था ।
2024 में क्या प्रियंका ही बनेंगी विपक्ष का चेहरा ?
कांग्रेस का ऐसा मानना है, कि प्रियंका गांधी उनके पास PM पद के लिए एक बड़ा चेहरा है, इसलिए उन्हें सबके सामने लाना ही चाहिए । प्रियंका की प्रतिभा से सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि अन्य पार्टियाँ भी हतप्रभ है। नरेंद्र मोदी को बराबरी का टक्कर देने की अभूतपूर्व क्षमता अगर किसी में है। तो वह निस्संदेह प्रियंका गांधी है। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को संगठन द्वारा उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी चुनावी प्रचार के लिए जोर शोर से भेजने की तैयारियाँ जारी हैं । प्रियंका गांधी के कुशल नेतृत्व से कांग्रेस को एक मजबुत जनाधार अवश्य मिलेगा । ऐसा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है।
यह एक वैध राय है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी को हराना विपक्ष के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। मोदी की जनता जनार्दन के बीच असीम लोकप्रियता है, और उन्हें 2019 के चुनाव में एक भारी बहुमत से जीत मिली थी।
हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राजनीति में कुछ भी निश्चित नहीं है। 2014 में, कोई भी यह नहीं सोचता था कि मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा किया। 2024 में, कुछ भी हो सकता है।
यदि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लड़ता है, और वे एक मजबूत उम्मीदवार को आगे रखते हैं, तो वे मोदी को हराने में सक्षम हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा करने के लिए उन्हें कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना होगा।
यह एक वैध राय है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी को हराना विपक्ष के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। मोदी की जनता जनार्दन के बीच असीम लोकप्रियता है, और उन्हें 2019 के चुनाव में एक भारी बहुमत से जीत मिली थी। इसके अलावा, विपक्ष अभी भी बिखरा हुआ है, और यह एकजुट होकर लड़ने में सक्षम नहीं है।
हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राजनीति में कुछ भी निश्चित नहीं है। 2014 में, कोई भी यह नहीं सोचता था कि मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा किया। 2024 में, कुछ भी हो सकता है।
यदि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लड़ता है, और वे एक मजबूत उम्मीदवार को आगे रखते हैं, तो वे मोदी को हराने में सक्षम हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा करने के लिए उन्हें कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना होगा।
इन चुनौतियों में शामिल हैं:
मोदी की लोकप्रियता को कम करना। विपक्ष को मोदी की लोकप्रियता को कम करने के लिए एक मजबूत अभियान चलाने की आवश्यकता होगी। उन्हें मोदी की नीतियों और उनके नेतृत्व के आलोचना करने की आवश्यकता होगी।
विपक्षी दलों को एकजुट करना। विपक्षी दलों को एकजुट होकर चुनाव लड़ने की आवश्यकता होगी। उन्हें अपने मतभेदों को दरकिनार करने और एक आम लक्ष्य के लिए काम करने की आवश्यकता होगी।
एक मजबूत उम्मीदवार को आगे रखना। विपक्ष को एक ऐसे उम्मीदवार को आगे रखना होगा जो जनता को आकर्षित कर सके। उन्हें एक ऐसे व्यक्ति को चुनने की आवश्यकता होगी जो देश चलाने के लिए योग्य और अनुभवी हो।
यदि विपक्ष इन चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है, तो वे 2024 में मोदी को हराने में सक्षम हो सकते हैं। हालांकि, यह एक कठिन कार्य होगा, और यह कहना मुश्किल है कि क्या वे सफल होंगे।