राजनांदगांव, नईदुनिया न्यूज़
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक निजी संस्थान द्वारा छात्रों से PGDCA और DCA कंप्यूटर कोर्स के नाम पर फीस तो वसूल ली गई, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी परीक्षा आयोजित नहीं की गई। इससे छात्रों में भारी आक्रोश है और मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है।
12 से 16 हजार तक वसूली, लेकिन परीक्षा नहीं
राजनांदगांव के कमला कॉलेज रोड स्थित भाषा एजुकेशन हब नाम की संस्था ने 2023 में दर्जनों छात्रों से 12,000 से 16,000 रुपये तक की फीस लेकर पीजीडीसीए और डीसीए कोर्स में एडमिशन लिया। लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी न परीक्षा हुई और न ही कोई सर्टिफिकेट दिया गया।
पुलिस में दर्ज कराई शिकायत, फिर भी नहीं मिला समाधान
छात्रों ने बसंतपुर थाने में संस्था संचालक ऋषभ मानिकपुरी के खिलाफ लिखित शिकायत की। पहले भी शिकायत होने पर संचालक ने पैसे लौटाने का आश्वासन दिया था और पुलिस को भी लिखित में भरोसा दिलाया था, लेकिन बाद में वह अपने वादे से मुकर गया।
बिना रजिस्ट्रेशन चल रहीं निजी संस्थाएं
शहर में कई कोचिंग और ट्रेनिंग संस्थान बिना किसी वैध पंजीकरण के चल रहे हैं। ऐसे संस्थानों पर प्रशासन की कोई निगरानी नहीं है, जिसका लाभ उठाकर संचालक छात्रों से मोटी फीस वसूल कर रहे हैं और फिर उन्हें धोखा दे रहे हैं।
एनएसयूआई ने उठाई कार्रवाई की मांग
एनएसयूआई प्रदेश संयुक्त महासचिव राजा यादव ने कहा कि शहर में कई संस्थाएं गैर-कानूनी तरीके से संचालित हो रही हैं। भाषा एजुकेशन हब द्वारा छात्रों से फीस लेने और परीक्षा न कराने की शिकायत गंभीर है। उन्होंने प्रशासन से सख्त जांच और कार्रवाई की मांग की है।
छात्रों की मांग: या तो परीक्षा कराओ, या पैसे लौटाओ
पीड़ित छात्रों ने थाने में दोबारा शिकायत दर्ज कराते हुए पैसे वापस दिलाने और संस्थान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि दो साल तक इंतजार करने के बाद भी न शिक्षा मिली, न सर्टिफिकेट, और अब भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है।