छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 (Chhattisgarh Assembly Election 2023) में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है। दोनों ही पार्टियां अपने बहुमत का दावा तो कर रही हैं, लेकिन उन्हें इस बात का डर भी सता रहा है कि जीत का आंकड़ा बहुमत के आसपास पहुंचकर अटका तो विधायकों को तोड़ने की रणनीति अपना ली जाए। ऐसे में अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए दोनों ही पार्टियों ने तीन चार्टर प्लेन बुक कर लिए हैं।
कांग्रेस अपने विधायकों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी में है, वहीं भाजपा दिल्ली भेजेगी।
मतगणना तीन दिसंबर को होगी। उसके पहले कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां सरकार बनाने की रणनीति पर काम करने में जुटी हुई हैं।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार दोनों ही पार्टियों के हाईकमान के यह साफ निर्देश हैं कि मतगणना के दिन सभी प्रत्याशियों पर कड़ी नजर रखी जाए।
कांग्रेस और भाजपा के इस कदम को राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना दिया है।
कई लोगों का कहना है कि यह डर का ही नतीजा है कि दोनों पार्टियां अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए चार्टर प्लेन बुक कर रही हैं।
हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और सभी पार्टियां ऐसा करती हैं।
बहरहाल, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त की संभावना को देखते हुए दोनों ही पार्टियों ने यह कदम उठाया है।