कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया है। तिवारी ने अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसा, केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश और पुणे पुल हादसे को लेकर केंद्र और भाजपा शासित राज्यों की जवाबदेही पर सवाल उठाए।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब बंगाल में पुल गिरा था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी सरकार को घेरते हुए कहा था कि “बंगाल से ममता सरकार जाने वाली है।” अब जब अहमदाबाद, उत्तराखंड और पुणे जैसे भाजपा शासित राज्यों में बड़े हादसे हो रहे हैं, तो क्या यही मापदंड उनके लिए भी लागू होता है? उन्होंने तंज कसते हुए पूछा- “क्या अब भाजपा सरकार भी जाने वाली है?”
निजीकरण का खामियाजा भुगत रहा देश
कांग्रेस सांसद ने हादसों की जिम्मेदारी केंद्र की नीतियों पर डालते हुए कहा कि अंधाधुंध निजीकरण के कारण देश को यह नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद, उत्तराखंड और पुणे की घटनाएं सरकार की लापरवाही और सिस्टम की विफलता का उदाहरण हैं।
तिवारी ने पुणे पुल हादसे में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “दुख इस बात का है कि हादसे के बाद भाजपा के मंत्री और विधायक जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, उससे देश की जनता आहत है। मुझे भी बेहद पीड़ा हो रही है।”
गलवान के शहीदों को श्रद्धांजलि
गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ झड़प की पांचवीं बरसी पर प्रमोद तिवारी ने वीर जवानों को नमन करते हुए कहा, “मां भारती की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को मैं सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
जाति जनगणना को लेकर राहुल गांधी की जीत
जाति जनगणना 2027 के लिए केंद्र सरकार की अधिसूचना जारी होने पर भी तिवारी ने कांग्रेस की बड़ी जीत बताते हुए राहुल गांधी की तारीफ की। उन्होंने कहा, “भारत की जनता और इंडिया ब्लॉक को बधाई। राहुल गांधी ने हर मंच से इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने संसद में चुनौती दी थी कि या तो भाजपा सरकार जातिगत जनगणना कराएगी या फिर हम सत्ता में आकर कराएंगे। आज सरकार को झुकना पड़ा। यह राहुल गांधी के दृढ़ संकल्प की जीत है।”
तिवारी ने यह भी कहा कि जाति जनगणना तेलंगाना मॉडल पर होनी चाहिए ताकि सामाजिक न्याय सही तरीके से लागू हो सके। उन्होंने भाजपा को “राजनीतिक रूप से बेईमान” करार देते हुए कहा कि यह फैसला विपक्ष की जीत और जनता के दबाव का नतीजा है।