महाराष्ट्र में तीन लाख के पार
शनिवार को देश में कोरोना संक्रमण के 34,518नए मामले सामने आने के साथ पीड़ितों की संख्या बढ़कर 10,74,975 हो गई। इनमें से 6,75,499 ठीक हो चुके हैं और 3,72,261 एक्टिव मरीज हैं। इस वायरस के कारण अब तक 26,818 मरीजों की मौत हो चुकी है।
शनिवार को महाराष्ट्र में 8,348, तमिलनाडु में 4,807 दिल्ली में 1,475, कर्नाटक में 4,537, उत्तरप्रदेश में 1,873, आंध्रप्रदेश में 3367, पश्चिम बंगाल में 2,196, बिहार में 1,667 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले।
महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या 3,00,937 हो गई है। जो कि दूसरे नंबर के राज्य तमिलनाडु से लगभग दुगनी है। तमिलनाडु में 1,65,714 संक्रमित अब तक मिल चुके हैं। देश की राजधानी दिल्ली में 1,21,582 मरीज मिले हैं।
लेकिन इनमें से 1,01,274 ठीक हो चुके हैं।
गुजरात अब संक्रमण के ग्राफ में छठवें नंबर पहुंच गया है और जिस रफ्तार से उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना तथा पश्चिम बंगाल में मरीज बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि जल्द ही यह राज्य संक्रमण के मामले में गुजरात से आगे निकल जाएंगे। बिहार में भी तेजी से मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
शनिवार को गुजरात में 907, राजस्थान में 711, हरियाणा में 750, मध्यप्रदेश में 681, ओडिशा में 591, जम्मू कश्मीर में 441, केरल में 593, पंजाब में 350, छत्तीसगढ़ में 243, उत्तराखंड में 174, गोवा में 180 नए संक्रमित मिले।
संक्रमण फैलने की दर बाकी राज्यों में भी तीव्रतर हुई है। किंतु वहां संक्रमित मरीजों की संख्या दहाई के अंक में ही आ रही है। देश में एक्टिव मरीजों की संख्या साढ़े तीन लाख से ऊपर होने के कारण अब अनेक शहरों में कोरोना के मामूली लक्षण वाले मरीजों को घर पर ही आराम करने की सलाह दी जा रही है।
लेकिन इस दौरान उन मरीजों द्वारा कोविड-19 प्रोटोकॉल का कितना पालन किया जा रहा है यह कहना मुश्किल है। इसीलिए कोरोना संक्रमण का फैलाव पहले की अपेक्षा तेजी से हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आइसोलेशन में रह रहे अनेक मरीज कोरोना के कैरियर बन सकते हैं, क्योंकि उनमें लक्षण नहीं होने के कारण वे लोगों के साथ घुलते-मिलते रहते हैं और दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं।