Delhi blast: दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किले के पास i 20 कार में हुए जोरदार धमाके ने पूरे देश को हिला दिया है l इस हादसे में 15 लोग मारे गए और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। वहीं मुख्य आरोपी डॉ. उमर मोहम्मद नबी निकला, जो कि फरीदाबाद की अल- फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था। वह पुलवामा जम्मू कश्मीर का रहने वाला था।
सुसाइड बॉम्बर बनाने की तैयारी
बता दें कि धमाके से पहले उमर ने हरियाणा के नूंह में एक कमरा किराए पर लिया था। वहां उमर ने 10 दिनों तक खुद को बंद रखा। वहां से उमर बाहर नहीं निकला, न नहाया, न ही कपड़े बदले। कमरे में ही गंदगी फैलाई और रात में ही सिर्फ खाना लेने बाहर जाता था। जांच के मुताबिक, उमर इन 10 दिनों में खुद को फिदायीन सुसाइड बॉम्बर बनाने की तैयारी कर रहा था।
दरअसल, चौंकाने वाली बात यह है कि उमर ने बंद कमरे में करीब 70 ब्रेनवॉश वीडियो बनाए। इन वीडियो में जिहाद, शहादत, इनाम और मिशन जैसे विचारों को दोहराया गया। इन वीडियो को उमर ने 11 युवाओं को भेजा। जिसमें 7 कश्मीरी मूक के हैं और सभी का अल– फलाह यूनिवर्सिटी से लिंक है। बाकी चार युवा उत्तर प्रदेश, केरल और कर्नाटक के हैं। जिसमें यह 11 युवा अब लापता हैं। बताया जा रहा है कि चार राज्यों में इनकी तलाश जारी है।

फोन बना सबूत
जांच के दौरान, उमर के फोन से 12 वीडियो खुद कमरे में शूट किए मिले। एक वीडियो में वह शहादत की घोषणा करता है। वहीं, धमाके से दो हफ्ते पहले उमर घर गया था। उसने एक फोन भाई को दिया और कहा – अगर खबर आए तो पानी में फेंक देना। बाद में यह फोन सबूत बना है।
CCTV फुटेज में मिला सच
CCTV फुटेज से उमर का पूरा रूट पता चला है। 29 अक्टूबर को वह यूनिवर्सिटी में कार के साथ दिखा। 9-10 नवंबर को टोल प्लाजा पर आता-जाता रहा। 10 नवंबर को दिल्ली में बदरपुर, आश्रम, इंडिया गेट, कनॉट प्लेस, दिल्ली गेट होते हुए लाल किला पहुंचा और कार उड़ा दी।
ये भी पढ़ें: Bihar CM Oath Ceremony: नीतीश कुमार 10वीं बार बने मुख्यमंत्री, 27 मंत्रियों ने ली शपथ, नई सरकार ने संभाला कामकाज



