“NASSCOM” नैसकॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, आधार और यूपीआई जैसे डीपीआई भारत को 2030 तक 8 ट्रिलियन डॉलर की (economy) अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह देश को 1 ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने में भी मदद करेगा।
डीपीआई का सफलतापूर्वक बड़े पैमाने पर इस्तेमाल और इसके बड़े आर्थिक प्रभाव ने लगभग 1.3 बिलियन नागरिकों को प्रभावित किया है, जो भारत की 97% आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।
2022 में, डीपीआई ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 0.9% के बराबर 31.8 बिलियन डॉलर का मूल्य सृजन सक्षम किया। आधार ने मुख्य रूप से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) रिसाव को खत्म करके 15.2 बिलियन डॉलर का आर्थिक मूल्य सक्षम किया है।