दरअसल, लड़की के पिता ने 22 नवंबर 2024 को थाने में अपनी 17 साल की बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी बेटी बिना बताए कहीं चली गई थी।
इस दौरान यह बात भी सामने आई कि आरोपी युवक और लड़की के पिता एक-दूसरे के दोस्त थे और दोनों अपने परिवार के साथ गाजियाबाद के शास्त्री नगर इलाके में रहते थे।
पुलिस ने कई जगह छानबीन करने के बाद आखिरकार जनवरी 2025 में लड़की को बिहार के खगड़िया जिले से युवक के साथ बरामद कर लिया। इसके बाद पुलिस ने युवक को जेल भेज दिया और जांच में यह भी पाया कि युवक का मौसा भी इसमें शामिल था। पुलिस ने उसे भी आरोपी बना लिया।
जब यह मामला कोर्ट में पहुंचा तो पीड़ित लड़की ने बयान दिया कि वह युवक से प्यार करती है और अपनी मर्जी से बिहार गई थी। वहां वो युवक की मौसी के घर एक महीने तक रही। लड़की ने कोर्ट में बताया कि दोनों ने मंदिर में शादी कर ली थी और उसने युवक के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया। साथ ही लड़की ने कहा कि वह बालिग है और अपने घर वापस नहीं जाना चाहती।
मेडिकल रिपोर्ट में भी लड़की की उम्र करीब 18 साल निकली। इसके बाद युवक को पहले ही फरवरी 2025 में जमानत मिल चुकी थी। अब कोर्ट ने उसके मौसा को भी अग्रिम जमानत दे दी है।
अदालत ने जमानत की शर्तें रखते हुए कहा कि आरोपी मौसा बिना कोर्ट की इजाजत के देश नहीं छोड़ेगा और न ही किसी दूसरे अपराध में शामिल होगा।
इस पूरे मामले में बिहार कनेक्शन सामने आने के बाद गाजियाबाद में चर्चा तेज हो गई है। इलाके में लोग हैरान हैं कि लड़की और युवक के साथ-साथ युवक के परिवार के लोग भी इस प्लानिंग में शामिल थे।