मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक डरावना मामला सामने आया है। यहाँ एक युवक को सरकारी एंबुलेंस में ही अपहरण कर लिया गया और उसे जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है, लेकिन यह केस सवाल खड़े कर रहा है कि जिस एंबुलेंस को मरीजों की जान बचाने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए, उसका गलत इस्तेमाल कैसे हो रहा है?
क्या हुआ पूरा मामला?
- घटना स्थल: गुना के विकास नगर में एक कपड़े की दुकान के पास।
- अपहरण का तरीका: आरोपियों ने युवक को सरकारी एंबुलेंस में बैठाकर झागर गाँव की तरफ ले गए।
- मारपीट और धमकी: एंबुलेंस में ही युवक को पीटा गया और कहा गया – “तुझे जान से मार देंगे!”
- रिश्तेदारों ने बचाया: जैसे ही परिवार को खबर मिली, वे केंट थाने पहुँचे और आरोपियों को पकड़वाया।
अपहरण की वजह? – “प्रेम प्रसंग”
पुलिस जाँच में पता चला कि युवक एक लड़की से बातचीत करता था। जब लड़की के परिवार को इसकी भनक लगी, तो उन्होंने गुस्से में युवक का अपहरण कर लिया। हालाँकि, बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया, लेकिन सरकारी एंबुलेंस के गलत इस्तेमाल पर सवाल बना हुआ है।
पुलिस क्या कहती है?
- एडिशनल एसपी मानसिंह ठाकुर ने बताया कि दोनों पक्ष थाने में हैं और पूछताछ चल रही है।
- आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बड़ा सवाल:
“जहाँ असली मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिलती, वहाँ अपहरण के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल कैसे हो रहा है?”
क्या आपको लगता है कि सरकारी वाहनों की सुरक्षा पर और सख्त नियम बनने चाहिए? कमेंट में बताएँ!