भोपाल। अकीदत और अरमान के साथ मक्का मदीना के सफर पर निकले इंदौर के एक हाजी के रियाल रास्ते में कहीं गुम हो गए। तीन लोगों के इस ग्रुप के सामने जरूरी खर्च के अलावा खानपान के लिए पैसों की समस्या भी खड़ी हो गई है। प्रदेश हज कमेटी से लेकर सेंट्रल हज कमेटी की तरफ से सऊदी अरब में नियुक्त किए गए जिम्मेदार एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। पराए देश में हाजियों के सामने आए संकट को लेकर कोई गंभीर नहीं दिख रहा है।
इंदौर निवासी चांद मोहम्मद अपने भाई और भाभी के साथ 5 जून को मुंबई एयरपोर्ट से सऊदी अरब के लिए रवाना हुए हैं। उनका कवर नंबर MPF 1613=3=0 है। सफर पर रवाना होने से पहले उन्होंने हज कमेटी द्वारा तय राशि के रियाल (2100 रियाल प्रति हाजी) और जरूरत के लिहाज से कुछ राशि के रियाल अपने साथ रखे थे। चांद मोहम्मद बताते हैं कि उन्होंने यह राशि सुरक्षित तरीके से अपने साथ रखी थी। लेकिन सऊदी अरब रवाना होने से ऐन पहले उन्हें पता चला कि यह राशि उनके पास से कहीं गायब हो गई है।
शिकायत सबको, राहत कहीं नहीं
मक्का पहुंचे चांद मोहम्मद ने अपने साथ हुए इस अप्रत्याशित घटनाक्रम की शिकायत वहां मौजूद खादिम उल हुज्जाज अबरार खान को बताई। प्रदेश हज कमेटी के अधिकारियों को भी इस बारे में सूचित किया गया। लेकिन 3 दिन से जारी पूछताछ और जानकारी लेने के सिलसिले में चांद मोहम्मद को कोई राहत नसीब नहीं हुई है। गोरतलब है कि इन तीनों हाजियों को कुर्बानी की राशि जमा करने के अलावा रोजाना के खर्चों की समस्या भी खड़ी हुई है।
खादिमों की फौज मौजूद
जानकारी के मुताबिक प्रदेश हज कमेटी ने इस साल हाजियों की तादाद के लिहाज से करीब 26 खादिम उल हुज्जाज सऊदी अरब भेजे हैं। हाजियों को किसी तरह की परेशानी के समय मदद करने के लिए सेंट्रल हज कमेटी और भारत सरकार के प्रतिनिधि भी वहां मौजूद हैं। लेकिन यह अधिकारी कर्मचारी चांद मोहम्मद की समस्या के समाधान की बजाए एक दूसरे पर जिम्मेदारी टाल रहे हैं।
भोपाल से खान आशु की रिपोर्ट