INDIA bloc parties meeting: सोमवार के दिन 21 जुलाई, 2025 से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। सत्र से पहले इंडिया गठबंधन ने शनिवान, यानी आज एक अहम बैठक बुलाई। इस बैठक के दौरान मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष ने 8 बड़े मुद्दों पर अपनी खास रणनीति को तैयार किया। हालांकि, इंडिया की इस हाई लेवल मीटिंग में आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस की ओर भाग नहीं लिया गया।
बैठक में क्या कुछ रहा खास
इंडिया गठबंधन की इस मीटिंग का आयोजन मुख्य रूप से “देश बचाओ, बीजेपी हटाओ” नारे के साथ किया गया, जिसमें विपक्षी नेताओं ने पहलगाम आतंकी हमले, डिलिमिटेशन, विदेश नीति, और सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग जैसे मुद्दों पर अपने-अपने विचारों का साझा किया और बीजेपी को घिरने के लिए चर्चा की।
बैठक में शामिल कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने यह कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मानसून सत्र में शामिल होना चाहिए, ताकि वह खुद मौजूद रहकर विपक्ष के सवालों का सही से जवाब दे।
इसके अलावा, बिहार में भी चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे SIR (Special Intensive Revision) अभियान को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई।
बैठक में विपक्ष ने इसे अभियान को ‘अघोषित आपातकाल’ बताया और साथ ही जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की योजना भी बनाई।
वहीं, बैठक में वामपंथी दलों की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर भी आपत्ति जताई गई, जिसमें उन्होंने केरल में CPM और RSS की तुलना एक-दूसरे से कर दी थी।
राहुल गांधी के इस बयान को CPI नेता डी. राजा ने बिना नाम लिए ‘गंभीर’ मुद्दा घोषित किया।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता के नाम
- मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी (कांग्रेस)
- शरद पवार (NCP), उद्धव ठाकरे, संजय राऊत (शिवसेना)
- तेजस्वी यादव (राजद), हेमंत सोरेन (झामुमो)
- उमर अब्दुल्ला (नेकां), डी. राजा (CPI), एमए बेबी (CPM)
- तिरुचि शिवा (DMK), एनके प्रेमचंद्रन (RSP)
- जोस के मणि (केरल कांग्रेस) सहित कई अन्य नेता शामिल रहे।