आज हम हॉरर फिल्मों के बड़े दीवाने हैं। कभी भूल भुलैया तो कभी स्त्री जैसी फिल्मों ने हमें डर और मज़ा एक साथ दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत की पहली डरावनी फिल्म कौन-सी थी और कब आई थी ?
76 साल पहले, साल 1949 में, ‘महल’ नाम की फिल्म भारत की पहली हॉरर मूवी बनी थी। इस फिल्म का निर्देशन मशहूर डायरेक्टर कमाल अमरोही ने किया था। इसमें दिग्गज एक्टर अशोक कुमार और खूबसूरत अदाकारा मधुबाला लीड रोल में थे।
महल फिल्म उस वक्त के सबसे बड़े बजट की फिल्मों में शामिल थी। उस जमाने में यह फिल्म सिर्फ 9 लाख रुपये में बनी थी, जिसकी आज के हिसाब से कीमत करीब 15 करोड़ रुपये होती। दिलचस्प बात ये है कि फिल्म ने अपने बजट से कई गुना ज्यादा करीब 1.25 करोड़ रुपये की कमाई की थी। अगर आज के दौर में देखें तो इसकी वैल्यू करीब 218 करोड़ रुपये होती।
कहानी क्या थी ?

फिल्म की कहानी एक पुरानी हवेली और उसमें रहने वाली आत्मा के रहस्य के इर्द-गिर्द घूमती है। अशोक कुमार का किरदार हरि शंकर उस हवेली में आता है, जिसे लोग ‘महल’ कहते थे। वहां एक पुरानी प्रेम कहानी के बारे में पता चलता है। कामिनी (मधुबाला) नाम की लड़की की आत्मा हवेली में भटकती रहती है। कहानी में रहस्यमयी घटनाएं और डरावने मोड़ लोगों को सस्पेंस में डाले रखते हैं।