इज़राइल का हमला: ऑपरेशन राइजिंग लायन
- इज़राइली वायु सेना और खुफिया एजेंसी मोसाद ने मिलकर ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जिसमें तेहरान और नतांज़ जैसे शहर शामिल थे।
- करीब 200 लड़ाकू विमानों ने 100 से अधिक लक्ष्यों पर 330 से अधिक बम गिराए, जिनमें परमाणु संयंत्र, मिसाइल निर्माण स्थल और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के आवास शामिल थे ।
- ईरानी राज्य मीडिया के अनुसार, इस हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख जनरल होसैन सलामी, सशस्त्र बलों के प्रमुख मोहम्मद बाघेरी और प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों फेरेयदून अब्बासी और मोहम्मद मेहदी तेहरांची मारे गए
🇮🇷 ईरान की प्रतिक्रिया
- ईरान ने जवाबी कार्रवाई में 100 से अधिक ड्रोन इज़राइल की ओर भेजे, जिन्हें इज़राइली और जॉर्डन की वायु सेनाओं ने अपने हवाई क्षेत्र में ही रोक दिया ।
- ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस हमले को “अपराध” करार दिया और इज़राइल को “कठोर सजा” देने की चेतावनी दी ।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस हमले में किसी भी प्रकार की भागीदारी से इनकार किया, लेकिन अपने क्षेत्रीय बलों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बढ़ा दी ।
- सऊदी अरब और जापान सहित कई देशों ने इस हमले की निंदा की और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की ।
क्षेत्रीय प्रभाव
- तेहरान और अन्य शहरों में विस्फोटों के बाद ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया ।
- इज़राइल ने संभावित जवाबी हमलों के डर से राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया, हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और नागरिकों को बम शेल्टर में रहने की सलाह दी ।

परमाणु खतरा
- इज़राइल का दावा है कि ईरान के पास अब इतना उच्च-समृद्ध यूरेनियम है कि वह कुछ ही समय में परमाणु हथियार बना सकता है ।
- हाल ही में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने ईरान को उसकी परमाणु गतिविधियों के लिए औपचारिक रूप से फटकार लगाई थी ।