नई दिल्ली: Jio BlackRock Broking Pvt Ltd को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से ब्रोकरेज कंपनी के रूप में काम करने की अनुमति मिल गई है। यह Jio BlackRock Investment Advisers Pvt Ltd की पूरी तरह से स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। अब Jio BlackRock Broking के जरिए निवेशक न सिर्फ सलाह पाएंगे, बल्कि खुद से निवेश करने के लिए एक आधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म भी मिलेगा।
Jio BlackRock Investment Advisers और Jio BlackRock Asset Management Pvt Ltd ने पहले ही अपने-अपने काम शुरू करने की मंजूरी ले ली है। अब ब्रोकरेज लाइसेंस मिलने से यह संयुक्त उद्यम निवेश के हर पहलू को कवर करने वाला एक बड़ा मंच बन गया है। Jio BlackRock Investment Advisers के एमडी और सीईओ, मार्क पिलग्रेम के अनुसार, “हम खुदरा निवेशकों को व्यक्तिगत सलाह देने के साथ-साथ, खुद से निवेश करने वालों के लिए एक निष्पादन (execution) प्लेटफॉर्म भी लेकर आएंगे।”
यह संयुक्त उद्यम Jio Financial Services Ltd (JFSL) और अमेरिका की निवेश कंपनी BlackRock Inc के बीच 50:50 साझेदारी है। कंपनी का लक्ष्य है कि निवेश को हर निवेशक के लिए सस्ता, पारदर्शी और तकनीक आधारित बनाया जाए। JFSL के एमडी और सीईओ हितेश सेठिया ने कहा कि Jio BlackRock की योजना है भारत में निवेश को लोकतांत्रिक और डिजिटल-first बनाने की। वे म्यूचुअल फंड्स, निवेश सलाह, और अब ब्रोकिंग की सुविधा के जरिए निवेशकों को एक समग्र समाधान प्रदान करेंगे।
आज के डिजिटल युग में जब लोग ऑनलाइन निवेश को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं, तब Jio BlackRock का यह कदम खुद से निवेश करने वाले और खुदरा निवेशकों दोनों के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगा। इससे निवेश की प्रक्रिया सरल, पारदर्शी और भरोसेमंद होगी।
कुल मिलाकर, Jio BlackRock Broking के SEBI से मंजूर होने के बाद निवेशक एक ही छत के नीचे व्यक्तिगत सलाह से लेकर डिजिटल ब्रोकिंग तक का लाभ उठा सकेंगे। यह कदम भारत में निवेश के क्षेत्र को और ज्यादा सशक्त और निवेशकों के लिए सहज बनाएगा।