London – पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज अब हमारे बीच नहीं हैं।
मंगलवार को कैंसर से लंबे समय तक जूझने के बाद उनका लंदन के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वो 68 साल की थीं। बताया जा रहा हैं की लंदन की एक मस्जिद में कुलसुम नवाज की जनाजे की नमाज में सैंकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। और उनका शव दफनाने के वास्ते पाकिस्तान ले जाने के लिए कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गई। उनके जनाजे की नमाज में कई बड़े नेता भी शमिल हुए। बेटों-हसन और हुसैन, देवर शहबाज शरीफ, के साथ साथ पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी निसार और इशाक डार समेत कई लोग पहुंचे थे। अब खबर हैं की शुक्रवार को अलग से एक और जनाने की नमाज होगी.
खबरों के मुताबिक उन्हें शुक्रवार को लाहौर में शरीफ परिवार की जती उमरा निवास में दफनाया जाएगा। ससुर मियां शरीफ और देवर अब्बास शरीफ की कब्रों के पास उनको दफनाया जाएगा। हालांकि इस अंतिम संस्कार में शरीफ के बेटे हसन और हुसैन हिस्सा नहीं ले सकेंगे। गौरतलब हैं की दोनों को भ्रष्टाचार के मामलों में एक जवाबदेही अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा हैं।
खबरों के मुताबिक बृहस्पतिवार की रात को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की एक उड़ान हीथ्रो हवाई अड्डे से कुलसुम का पार्थिव शरीर लेकर लाहौर पहुंचेगी।
शहबाज शरीफ, कुलसुम नवाज की बेटी अस्मा, पोते और परिवार के अन्य सदस्य पार्थिव शरीर लेकर पाकिस्तान जायेंगे। साथ ही बताया जा रहा हैं की कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं और परिवार को हार्ली स्ट्रीट क्लीनिक से मृत्यु प्रमाणपत्र मिल गया।
वहीं दूसरी तरफ शरीफ परिवार को मृत्यु से जुड़ा कामकाज देखने वाले अधिकारी से पार्थिव शरीफ को इंगलैंड से बाहर ले जाने का पत्र भी मिल गया। नवाज़ शरीफ, उनकी बेटी मरियम, उनके दामाद एम सफदर को कुलसुम के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल पर रावलपिंडी की अडियाला जेल से रिहा किया गया था। बता दे की उन्हें भी भ्रष्टाचार के मामलों में एक जवाबदेही अदालत ने जुलाई में उम्रकैद की सजा सुनायी थी।