Mitron Movie Review – हिंदी दिवस के मौके पर रिलीज़ हुई डायरेक्टर नितिन कक्कड़ की फ़िल्म मित्रों एक हल्की-फुल्की फिल्म हैं।
इस फ़िल्म के लीड रोल में जैकी भगनानी (राज) के किरदार में और कृतिका कामरा (अवनी) का किरदार निभा रहीं हैं। बता दे की कृतिका कमरा की पहली फ़िल्म हैं जिसमें उन्होंने अच्छा काम किया हैं। वहीं दूसर तरफ जैकी भगनानी ने भी अपने किरदार को बखूबी निभाया हैं।
फिल्म ‘मित्रों’ 2 युवाओं की कहानी हैं जिसमें से एक हैं ‘जय’, जो इंजीनियर की पढ़ाई कर चुका हैं।
मगर बेरोजगार हैं। और दूसरी हैं अवनी जो ऑस्ट्रेलिया जाकर पढ़ाई करना चाहती हैं। जय के पिता उसकी शादी कर देना चाहते हैं ताकि जिम्मेदारी आने से शायद वो कुछ करने लगे। वहीं दूसरी तरफ अवनी के पिता भी उसकी शादी कर देना चाहते हैं। शादी के लिए लड़की देखने एक गलत घर मे चले जाते हैं जहां ‘जय’ और ‘अवनी’ की मुलाकात होती हैं। इसके बाद कहानी हसी मज़ाक से साथ आगे बढ़ती हैं।
बता दे की इस फ़िल्म में आज के युवाओं की तकलीफ और परेशानी को खूबसूरती से हंसी मजाक के अंदाज में दिखाया गया हैं।
डायरेक्टर नितिन कक्कड़ ने फिल्म का ट्रीटमेंट अच्छा किया हैं। इस फ़िल्म के कई दृश्यों में फ्लैशबैक को अच्छे से इस्तेमाल किया गया हैं। स्क्रिप्ट में कसाव है और पटकथा अच्छी हैं। सबसे अच्छी बात यह हैं कि कहानी को प्यार और बेरोजगारी में जबरदस्ती खींचा नहीं हैं।
फ़िल्म पहले भाग में दर्शकों को अपनी तरफ बांध पर रखती हैं लेकिन दूसरा भाग कहीं ना कहीं कमज़ोर पड़ने लगता हैं।
दूसरा भाग देखते हुए ऐसा लगता हैं की जबरदस्ती आपको फ़िल्म की तरफ बांध कर हसाया जा रहा हो। लेकिन फ़िल्म मित्रों को आप एक बार देख सकते हैं। वीकेंड के लिए ये एक हल्की फुल्की फ़िल्म साबित हो सकती हैं। देखा जाए तो फ़िल्म मित्रों आजकी कहानी हैं। तो ये फ़िल्म आपको निराश नहीं करेगी।