भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा के दौरान घर के स्वाद को नहीं भूलेंगे। नासा के अंतरिक्ष यात्री बनने वाले शुभांशु, मिशन के दौरान भारतीय व्यंजनों का आनंद लेते नजर आएंगे। उनके लिए खासतौर पर गाजर का हलवा, आमरस, पालक पनीर और खिचड़ी जैसे व्यंजनों को तैयार किया गया है।
भारतीय स्वाद के साथ अंतरिक्ष यात्रा
शुभांशु शुक्ला की बहन ने बताया कि भारतीय खाने में ज्यादा मसाला होने के कारण उसे ले जाने की अनुमति नहीं मिल रही थी। लेकिन आखिरकार शुभांशु को कुछ खाद्य सामग्री जैसे मूंग दाल हलवा, गाजर का हलवा और आमरस जैसी चीजें साथ ले जाने की अनुमति मिल गई है।
इस यात्रा के लिए तैयार किए गए खाने को रक्षा खाद्य अनुसंधान प्रयोगशाला (DFRL), मैसूर द्वारा डिवेलप किया गया है, जो DRDO की एक यूनिट है। अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले भोजन को विशेष रूप से प्रोसेस किया जाता है ताकि वह लंबे समय तक खराब न हो और पोषक तत्व भी बरकरार रहें।
DFRL के वैज्ञानिकों ने बताया कि इन भारतीय व्यंजनों को विशेष थर्मो-प्रोसेसिंग तकनीक से तैयार किया गया है ताकि इनकी शेल्फ लाइफ लंबी बनी रहे और अंतरिक्ष यात्रियों को घर जैसा खाना मिल सके।
इन व्यंजनों में क्या-क्या है खास?
शुभांशु शुक्ला के लिए तैयार किए गए मेन्यू में शामिल हैं:
गाजर का हलवा – भारत का पारंपरिक मीठा व्यंजन, जिसे अंतरिक्ष में ले जाना एक चुनौती था लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे संभव बना दिया।
आमरस – आम के गूदे से बना पेय, जिसे विशेष तरीके से पैक किया गया है।
पालक पनीर और खिचड़ी – हाई प्रोटीन, हाई एनर्जी वाले भारतीय व्यंजन जो आसानी से पच सकते हैं।
खास पैकेजिंग और पोषण का ध्यान
DFRL के डायरेक्टर डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि अंतरिक्ष यात्रियों के भोजन को पूरी तरह से बैक्टीरिया फ्री और सुरक्षित बनाने के लिए इसे रिटॉर्ट प्रोसेसिंग (Retort Processing) के माध्यम से स्टरलाइज़ किया गया है। इसके अलावा, हर व्यंजन को इस तरह पैक किया गया है कि वह वजन में हल्का रहे और आसानी से खोला जा सके।
भारत के लिए गौरव का क्षण
उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले शुभांशु शुक्ला इस मिशन के जरिए न सिर्फ भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और खानपान को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा रहे हैं।