कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतने वाले विधायकों (MLAs) के लिए संदेश जारी कर 3 दिसंबर रात 10 बजे तक भोपाल पहुंचने को कहा है। ये सभी विधायकों को बैठक में उपस्थित रहने के लिये कहा गया है। विधायकों को लाने व अन्य जगह ले जाने के लिये दो प्लेन भी तैनात किये गये हैं।
इसके साथ ही कांग्रेस ने विधायकों की खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए एक रणनीति के तहत काम करना शुरू कर दिया है। सूत्रों की मानें तो सभी प्रत्याशियों को मतगणना से एक दिन पहले मैसेज किया गया कि जीतने की स्थिति में वो रात 10 बजे तक भोपाल पहुंचें और विधायकों की बैठक में उपस्थित रहें। इन विधायकों को गुप्त रूप से किसी रिसोर्ट पर भेजा जा सकता है।
कांग्रेस की इस रणनीति के पीछे कई मकसद हैं।
सबसे पहले, कांग्रेस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि जीतने वाले विधायक किसी भी तरह से प्रभावित न हों और वे अपनी सीटें नहीं छोड़ें।
दूसरा, कांग्रेस यह चाहती है कि जीतने वाले विधायकों को एक साथ रखा जाए ताकि वे एकजुट होकर सरकार बनाने में सफल हो सकें।
तीसरा, कांग्रेस यह भी चाहती है कि जीतने वाले विधायकों की खरीद-फरोख्त न हो सके।
कांग्रेस की इस रणनीति का भाजपा पर भी असर पड़ सकता है। भाजपा भी इस बात को लेकर चिंतित है कि कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा सकती है। भाजपा भी अपने विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए तैयारी कर रही है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को आएंगे। चुनाव के परिणामों से पहले ही कांग्रेस और भाजपा की रणनीति सामने आने लगी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव के परिणामों में इन रणनीतियों का क्या असर पड़ता है।