प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात का 123वां एपिसोड रविवार, 29 जून को प्रसारित हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की चर्चा से की और कहा कि यह आयोजन हर साल पहले से अधिक भव्य होता जा रहा है। पीएम मोदी ने योग को लेकर कश्मीर के जवानों और तेलंगाना में दिव्यांगजनों की भागीदारी का भी उल्लेख किया।
इसके बाद उन्होंने 1975 के आपातकाल का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस समय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता छीनी गई थी और अत्याचार हुआ था, लेकिन देश की जनता ने लोकतंत्र को बचाया। उन्होंने आपातकाल का विरोध करने वाले लोगों को याद रखने की अपील की।
सेहत पर चर्चा करते हुए पीएम ने एक बार फिर खाने में 10 फीसदी तक तेल कम करने की सलाह दी और लोगों से स्वदेशी सामान अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर ग्राहक स्थानीय उत्पाद खरीदे और हर दुकानदार स्थानीय उत्पाद बेचे।
अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भारत की सराहना
पीएम मोदी ने बताया कि इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (ILO) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत की उपलब्धियों की सराहना की है। ट्रैकोमा जैसी आंखों की बीमारी से मुक्त होने पर WHO ने भारत को ट्रैकोमा-फ्री घोषित किया है। साथ ही ILO की रिपोर्ट के अनुसार, अब देश के 64% लोग किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ उठा रहे हैं, जो 2014 की तुलना में बड़ी प्रगति है।
तीर्थ यात्राओं और सांस्कृतिक विरासत की चर्चा
प्रधानमंत्री ने अमरनाथ यात्रा (3 जुलाई से शुरू) और जगन्नाथ रथ यात्रा की भी चर्चा की और यात्रियों व सेवा देने वालों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने बोरोलैंड में आयोजित फुटबॉल टूर्नामेंट का उल्लेख करते हुए कहा कि यह क्षेत्र अब खेल और विकास से जुड़ रहा है।
स्थानीय नवाचार और प्रेरक कहानियां
मेघालय के ऐरी सिल्क की खासियत बताते हुए पीएम ने कहा कि यह सर्दियों में गर्म और गर्मियों में ठंडक देने वाला कपड़ा है, और इसे बनाने में कीड़ों को मारा नहीं जाता। इसे हाल ही में GI टैग मिला है।
उन्होंने अहमदाबाद नगर निगम के सिंदूर वन की तारीफ की, जिसे ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को समर्पित किया गया है। पुणे के एक व्यक्ति द्वारा परिवार के साथ मिलकर जंगलों में पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों की भी सराहना की।
अंतरिक्ष और नवाचार
कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने भारत के अंतरिक्ष प्रयासों और शुभांशु शुक्ला जैसे युवाओं की तारीफ की, जो विज्ञान और नवाचार में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
यह एपिसोड भी प्रधानमंत्री के संतुलित दृष्टिकोण—योग, सेहत, राष्ट्रभक्ति, संस्कृति और पर्यावरण की दिशा में प्रेरक विचारों से भरा रहा।