“leap year” हर चार साल में आने वाला लीप ईयर, फरवरी महीने में एक अतिरिक्त दिन (29 फरवरी) लाता है। यह दिन प्रपोज डे के लिए भी खास होता है, क्योंकि इस दिन लड़कियां लड़कों को प्रपोज करती हैं।
यह रिवाज कैसे शुरू हुआ
यह रिवाज आयरलैंड से शुरू हुआ। एक बार, पुरुषों ने महसूस किया कि हमेशा लड़कियों को ही प्रपोज क्यों करना चाहिए? उन्हें भी अपने प्यार का इजहार करने का मौका मिलना चाहिए।
इसके बाद, सेंट ब्रिजेट और सेंट पैट्रिक ने एक समझौता किया। सेंट पैट्रिक ने घोषणा की कि हर चार साल बाद (लीप ईयर) 29 फरवरी को महिलाएं पुरुषों को प्रपोज कर सकती हैं।
लड़कियां इस दिन खासतौर पर लाल रंग की स्कर्ट पहनती थीं, ताकि लड़कों को संकेत मिल सके कि वे आज प्रपोज करने वाली हैं।
जुर्माने का प्रावधान
स्कॉटलैंड में 1288 में एक कानून बनाया गया था। इस कानून के अनुसार, अगर कोई लड़की लीप ईयर में प्रपोज करती है और लड़का मना कर देता है, तो उसे जुर्माना देना पड़ता था।
जुर्माने के रूप में, लड़के को लड़की को 12 जोड़ी ग्लव्ज देने होते थे। ग्लव्ज इसलिए दिए जाते थे ताकि लड़की अपनी सूनी रिंग फिंगर छुपा सके।
आजकल क्या होता है
आजकल, यह रिवाज उतना प्रचलित नहीं है। लड़कियां और लड़के साल के किसी भी दिन प्रपोज कर सकते हैं।
लेकिन, लीप ईयर में प्रपोज डे एक अनोखा रिवाज है जो प्यार और समानता का प्रतीक है।