MP News : राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के शाजापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 90 अधिकारी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये 90 अधिकारी भारत का बजट आवंटित करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि यह ओबीसी सरकार है, लेकिन इन 90 अधिकारियों में से कितने ओबीसी हैं?
राहुल गांधी ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में भी ऐसा किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी करेगी।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों से पैसे छीनती है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में किसी भी किसान को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि 30 हजार करोड़ रुपए जो दलित, आदिवासी और देश की जनता का था, वह 16 कंपनियों को दे दिया गया। उन्होंने कहा कि इन कंपनियों में कोई ओबीसी, दलित या आदिवासी नहीं काम करता है।
राहुल गांधी के इन बयानों पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं। भाजपा ने कहा कि भारत सरकार को सांसद और विधायक चलाते हैं। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में भी अधिकारी ही सरकार चलाते थे।
राहुल गांधी के बयानों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। यह देखना होगा कि इन बयानों का चुनाव में क्या असर पड़ता है।
राहुल गांधी के बयानों का विश्लेषण
राहुल गांधी के बयानों का विश्लेषण करते हुए कहा जा सकता है कि वह भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। वह यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा सरकार में अधिकारी ही सरकार चलाते हैं। जबकि, सांसद और विधायक केवल दिखावा करते हैं।
राहुल गांधी के बयानों से यह भी पता चलता है कि वह ओबीसी को साधने की कोशिश कर रहे हैं। वह यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा सरकार में ओबीसी का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।
राहुल गांधी के बयानों का असर चुनाव में देखने को मिल सकता है। अगर राहुल गांधी के बयानों से जनता को लगता है कि भाजपा सरकार में अधिकारी ही सरकार चलाते हैं, तो यह भाजपा के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
राहुल गांधी के बयानों से यह भी पता चलता है कि वह चुनाव को लेकर गंभीर हैं। वह जनता को यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह उनकी समस्याओं को समझते हैं और उनका समाधान करने के लिए तैयार हैं।